उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में दोस्ती की दगाबाजी से जुड़ा एक दर्दनाक मामला सामने आया है. यहां दो दोस्तों की कथित धोखाधड़ी और कर्ज के दबाव से परेशान एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मरने से पहले युवक ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार अपने ही दो दोस्तों को ठहराया है. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई.
मामला थाना सिंधौली क्षेत्र के महुआ पाठक गांव का है. गांव निवासी 20 वर्षीय अजय कुमार गांव में ही सैलून की दुकान चलाता था. अजय ने अपने घर के पास स्थित एक खाली मकान के कमरे में साड़ी से फंदा बनाकर जान दे दी. देर शाम उसका छोटा भाई नीरज जब उस मकान की छत पर पहुंचा, तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला.
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कमरे में मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
नीरज ने किसी तरह कमरे में झांककर देखा तो अजय का शव फंदे से लटका हुआ था. रात में जब परिवार के अन्य सदस्य घर लौटे और घटना की जानकारी मिली, तो घर में चीख-पुकार मच गई. सूचना मिलने पर पुलिस को बुलाया गया. मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू की और साक्ष्य जुटाए.
इसके बाद जब परिजनों और ग्रामीणों ने अजय की फेसबुक आईडी चेक की, तो उस पर एक वीडियो मिला. यह वीडियो 8 मिनट 7 सेकेंड का है, जिसे अजय ने मरने से पहले रिकॉर्ड कर अपलोड किया था. वीडियो में उसने गांव के दो दोस्तों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
वीडियो में लगाए गंभीर आरोप
अजय ने वीडियो में कहा कि उसके दोस्तों ने उसकी दुकान के नाम पर लोन लिया था, लेकिन उसका पैसा वापस नहीं किया. अब उस लोन की किस्त चुकाने का दबाव उसी पर आ रहा था. अजय ने अपनी मौत के लिए दोनों दोस्तों को जिम्मेदार बताया है. वीडियो वायरल होने के बाद मामला और गंभीर हो गया.
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक की सैलून शॉप थी और कमेटी के पैसे भी उससे लिए गए थे. आरोप है कि दोस्तों ने निवेश के नाम पर मकान का लोन लेने का दबाव बनाया, लेकिन न तो मूलधन लौटाया गया और न ही कोई मुनाफा दिया गया.
मुकदमा दर्ज, आरोपियों की तलाश
पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर अजय के दो दोस्तों प्रांशु और प्रांजल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही विधिक कार्रवाई पूरी की जाएगी.
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विनय पांडेय