AI से अंडे की फोटो एडिट की और ऐसे Swiggy से ले लिया रिफंड... X यूजर का दावा

इंटरनेट पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है. इसमें दावा किया गया है कि AI से अंडे की फोटो एडिट कर स्विगी से एक शख्स ने रिफंड ले लिया.

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 AI से फोटो एडिट कर रिफंड फर्जीवाड़ा का दावा (Photo - X/@kapilansh_twt) AI से फोटो एडिट कर रिफंड फर्जीवाड़ा का दावा (Photo - X/@kapilansh_twt)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के दावे करते नजर आते हैं. इन दिनों कुछ ऐसा दावा सामने आया है जो आंख खोलने वाला है. उस दावे में सच्चाई कितनी है, यह अलग बात है. 

सोशल मीडिया पर ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि AI से  फोटो एडिट कर ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म से रिफंड लिए जा रहे हैं.  सोशल मीडिया फ्लेटफॉर्म X पर ऐसा ही एक पोस्ट वायरल हो रहा है. 

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AI का इस्तेमाल कर फोटो को किया एडिट
एक्स पर  @kapilansh_twt नाम के हैंडल से एक पोस्ट किया गया है. इसके साथ एक तस्वीर भी शेयर की गई है. यूजर का दावा है कि स्विगी इंस्टामार्ट ग्राहक ने रिफंड के लिए फूटे हुए अंडे की फर्जी फोटो बनाने के लिए AI का इस्तेमाल किया है. 

टूटे अंडों का रिफंड लेने का दावा
यूजर ने जो पोस्ट शेयर किया है उसके अनुसार, ग्राहक ने अंडों की एक ट्रे का ऑर्डर दिया था. उसमें उसे केवल एक टूटा हुआ अंडा मिला. यूजर ने दावा किया है कि स्विगी इंस्टामार्ट के एक ग्राहक ने AI का इस्तेमाल कर 20 फूटे हुए अंडे की फोटो क्रिएट की और रिफंड पाने के लिए उसका इस्तेमाल किया.  

यूजर के दावे के मुताबिक,  ग्राहक ने एक फूटे हुए अंडे की सीधे रिपोर्ट करने के बजाय, जेमिनी नैनो का इस्तेमाल किया और टाइप किया कि और अंडों में दरारें दिखाओ. कुछ ही सेकंड में, एआई ने मूल तस्वीर को 20 से ज़्यादा टूटे हुए अंडों वाली तस्वीर में बदल दिया, जो इतनी वास्तविक लग रही थी कि उसे असली तस्वीर से अलग करना नामुमकिन था.

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छेड़छाड़ की गई तस्वीर से रिफंड लेने का दावा
कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई तस्वीर को सबूत के तौर पर इंस्टामार्ट सपोर्ट को भेज दिया गया. एक्स यूजर ने बतााय कि सपोर्ट ने उस सबूत पर एक नज़र डाली और पूरे रिफंड के प्रोसेस को आगे बढ़ा दिया.  

यूजर ने चेतावनी दी कि यह घटना एक बहुत बड़े मुद्दे को उजागर करती है. रिफंड और वेरिफिकेशन सिस्टम ऐसे समय में बनाई गई थीं. जब तस्वीरों पर भरोसा किया जा सकता था. लेकिन अब वे 2025 के एआई लेवल पर हैं और ये इस सिस्टम को ध्वस्त कर रहा है. 

पुराने वेरिफिकेशन सिस्टम का बताया दोष
यूजर ने आगे लिखा है कि यदि 1% ग्राहक भी धोखाधड़ी के दावों के लिए एआई का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं, तो यह इस इकोनॉमी को ध्वस्त कर सकता है.हालांकि, एक्स यूजर ने इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विलेन नहीं बताया है. 

उसने लिखा है यहां एआई खलनायक नहीं है. असली समस्या अतीत में पुरानी वेरिफिकेशन सिस्टम है. यूजर ने इस स्थिति को एआई बनाम एआई का युग बताते हुए निष्कर्ष निकाला है.

एआई इमेज पर होता है एक मार्क
इस पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी है. वहीं एक यूजर ने लिखा है कि ज़्यादातर AI से बनी फोटो में छिपे हुए सिग्नेचर होते हैं. जब आप Gemini का इस्तेमाल करके कोई इमेज बनाते हैं, तो यह दाईं ओर एक दिखने वाला Gemini मार्क छोड़ देता है.

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