Advertisement

लाइफस्टाइल

Coronavirus: अमेरिका को पहली वैक्सीन बनाने में मिली बड़ी सफलता

aajtak.in
  • 15 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 7:17 AM IST
  • 1/16

दुनिया भर में कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर ट्रायल जारी हैं और अब इनके परिणाम भी सामने आने लगे हैं. इस कड़ी में मॉडर्ना इंक (Moderna Inc.) का भी नाम जुड़ गया है.  अमेरिका में सबसे पहले टेस्ट किए गए  COVID-19 की इस वैक्सीन के पहले दो ट्रायल के परिणाम से वैज्ञानिक खुश हैं. अब इस वैक्सीन की फाइनल टेस्टिंग की जाएगी. मंगलवार को आई रिपोर्ट से पता चला है कि इस वैक्सीन ने लोगों के इम्यून सिस्टम पर ठीक वैसा ही काम किया है जैसा कि वैज्ञानिकों को उम्मीद थी.

  • 2/16

अमेरिकी सरकार के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी ने न्यूज एजेंसी AP से कहा, 'चाहे आप इसे कैसे भी लें, लेकिन यह अच्छी खबर है.' ये प्रायोगिक वैक्सीन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और मॉडर्ना इंक द्वारा मिलकर बनाई जा रही है. इसकी सबसे जरूरी और फाइनल टेस्टिंग 27 जुलाई के आसपास की जाएगी.

  • 3/16

मार्च में 45 लोगों पर किए गए इस वैक्सीन के पहले ट्रायल के परिणाम का सभी शोधकर्तोओं को बेसब्री से इंतजार था. मंगलवार को आए निष्कर्षों में इस वैक्सीन से इम्यूनिटी बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है. रिसर्च टीम ने New England Journal of Medicine को बताया कि इन वालंटियर्स में संक्रमण को रोकने वाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी विकसित हुई.

Advertisement
  • 4/16

इस स्टडी का नेतृत्व करने वाले सीएटल में कैसर परमानेंट वाशिंगटन रिसर्च इंस्टीट्यूटके डॉक्टर लिसा जैक्सन ने कहा, 'यह एक आवश्यक कड़ी है जिसके साथ ट्रायल में आगे बढ़ने की जरूरत है, जो वास्तव में यह निर्धारित कर सकता है कि क्या ये वैक्सीन संक्रमण से बचाने में सक्षम है.'

  • 5/16

ये वैक्सीन पूरी तरह से कब तक आ जाएगी इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन सरकार को उम्मीद है कि साल के अंत तक इसके परिणाम आ जाएंगे.  इस वैक्सीन को बहुत तेजी से विकसित करने की कोशिश की जा रही है. इस वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे.

  • 6/16

रिसर्च में इस वैक्सीन के कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखे गए. हालांकि स्टडी में शामिल आधे से अधिक प्रतिभागियों ने फ्लू जैसे लक्षण की शिकायत की जो कि सामान्यता सभी तरह के वैक्सीन लगने के बाद देखे जाते हैं. इनमें थकान लगना, सिरदर्द, ठंड लगना, बुखार और इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द होना आम बात है.

Advertisement
  • 7/16

वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के डॉक्टर विलियम शेफनर ने वैक्सीन के शुरुआती परिणामों को 'एक अच्छा पहला कदम' और आशावादी बताते हुए कहा कि अंतिम ट्रायल ये पता चल जाएगा है कि क्या यह अगले साल तक उपलब्ध कराने के लिए वास्तव में सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं.

  • 8/16

इसके अलावा  2 अन्य एक्सपेरीमेंटल दवाओं ने भी वैक्सीन की उम्मीद जगाई है. जर्मन बायोटेक फर्म 'बायोएनटेक' और अमेरिकी फार्मास्यूटिकल कंपनी 'फाइजर' की कोरोना वायरस की दो एक्सपेरीमेंटल दवाओं को अमेरिका के फूंड एंड ड्रग रेगुलेटर (USFDA) ने 'फास्ट ट्रैक' का स्टेटस दे दिया है. BNT162b1 और BNT162b2 नाम की इन दोनों दवाओं को कंपनी द्वारा बनाई गई चार दवाओं में सबसे एडवांस बताया जा रहा है.

  • 9/16

फाइजर ने बताया कि फास्ट ट्रैक को जर्मनी और अमेरिका में चल रहे शोध और 'एनिमल इम्यूनोजेनिसिटी स्टडी' के प्रारंभिक डेटा के आधार पर स्वीकृति दी गई है. कंपनियों ने अमेरिका में BNT162b1 के लिए चल रहे शुरुआती चरण का डेटा 1 जुलाई को जारी किया था.

Advertisement
  • 10/16

जबकि BNT162b1 के लिए जर्मन ट्रायल का डेटा जुलाई के महीने में जारी होने की उम्मीद है. BNT162b1 और BNT162b2 दोनों न्यूक्लियोसाइड संशोधित आरएनए हैं, जिन्हें लिपिड नैनो पार्टिकल्स में तैयार किया गया है. BNT162b1 SARS-CoV-2 के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) एंटीजन को एनकोड करता है, जबकि BNT162b2 SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन एंटीजन को एनकोड करता है.

  • 11/16

कोविड-19 की इन दोनों वैक्सीन कैंडिडेट्स को FDA की मंजूरी कोरोना वायरस के खिलाफ एक आदर्श वैक्सीन बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है. फाइजर के ग्लोबल रेगुलेटरी अफेयर्स के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट ने कहा, 'इन वैक्सीन प्रोग्राम के क्लीनिकल डेवलपमेंट, प्रोजेक्ट लाइट स्पीड, सुरक्षा और प्रभाव के मूल्यांकन के लिए हम एफडीए के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.'

  • 12/16

वहीं इन सबके बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख की नई चेतावनी निश्चित रूप से डराने वाली है. WHO प्रमुख टेड्रोस गेब्रेयेसस का कहना है कि महामारी अभी बद से और बदतर होने वाली है. WHO ने चेतावनी देते हुए कहा कि स्थितियां जल्द सामान्य होने वाली नहीं हैं क्योंकि कुछ देश कोरोना वायरस महामारी को रोकने की अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नही निभा रहे हैं. गेब्रेयेसस ने कहा कि अगर स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जाता है तो ये संकट और बदतर होते जाएगा.

  • 13/16

WHO प्रमुख  ने कहा कि जो देश लॉकडाउन में ढील दे रहे थे वो अब अपने यहां एक बार फिर वायरस को फैलता देख रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि वो इस खतरे को कम करने के लिए किसी भी नियमों का पालन नहीं कर रहे थे.

  • 14/16

वर्चुअल न्यूज ब्रीफिंग के दौरान  गेब्रेयेसस ने कहा, 'मैं सीधे-सीधे कहना चाहता हूं कि ऐसा लगता नहीं है कि आने वाले दिनों में पहले की तरह सब कुछ सामान्य हो जाएगा क्योंकि कई देश गलत दिशा में जा रहे हैं.'

  • 15/16

इसके अलावा  2 अन्य एक्सपेरीमेंटल दवाओं ने भी वैक्सीन की उम्मीद जगाई है. जर्मन बायोटेक फर्म 'बायोएनटेक' और अमेरिकी फार्मास्यूटिकल कंपनी 'फाइजर' की कोरोना वायरस की दो एक्सपेरीमेंटल दवाओं को अमेरिका के फूंड एंड ड्रग रेगुलेटर (USFDA) ने 'फास्ट ट्रैक' का स्टेटस दे दिया है. BNT162b1 और BNT162b2 नाम की इन दोनों दवाओं को कंपनी द्वारा बनाई गई चार दवाओं में सबसे एडवांस बताया जा रहा है.

  • 16/16

गेब्रेयेसस ने कहा कि 'अगर बुनियादी चीजों का पालन नहीं किया गया तो एक ही रास्ता है और वो ये कि ये महामारी थमेगी नहीं बल्कि और बढ़ती ही जाएगी. ये बद से बदतर होती जाएगी.'

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement