Advertisement

लाइफस्टाइल

कोरोना वायरस की लड़ाई पर पानी फेर सकती है भारतीयों की ये पुरानी आदत

aajtak.in
  • 15 मई 2020,
  • अपडेटेड 4:33 PM IST
  • 1/8

कोरोना वायरस से बचने के लिए बार-बार हाथ धोने, साफ-सफाई रखने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सलाह दी जा रही है. इसके अलावा, हमें ऐसी आदतों को भी छोड़ना होगा जिससे कोरोना वायरस को फैलने में मदद मिल सकती हो.

  • 2/8

भारत में तमाम लोगों को सड़क पर चलते हुए या सार्वजनिक स्थानों पर थूक देने की आदत है. सड़क पर थूकना ना सिर्फ अशिष्टता है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद खतरनाक है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना वायरस थूकने से भी फैलता है. कोरोना से संक्रमित कोई व्यक्ति अगर खुले में थूकता है तो उसके मुंह की लार 24 घंटे के अंदर संक्रमण फैला सकती है. इसलिए थूकने से रोकने को भी एक अभियान की तरह चलाना चाहिए तभी लोगों में जागरुकता आएगी क्योंकि थूकने की आदत लोगों के जीवन को खतरे में डाल सकती है.

  • 3/8

कई लोगों को कहीं भी थूकने की आदत होती है जैसे चलते हुए, गाड़ी चलाते समय या फिर गाड़ी में बैठे-बैठे. थूक में जीवित कीटाणु होते हैं. जब कोई व्यक्ति थूक के पास से गुजरता है तो ये ड्रॉपलेट्स मुंह, नाक और आंखों के जरिए प्रवेश कर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देते हैं. इसके अलावा थूक में सिर्फ लार नहीं होती बल्कि कभी-कभी इसमें बलगम भी होता है जिसमें कई प्रकार के कीटाणु पाए जाते हैं.

Advertisement
  • 4/8

थूकने वालों में सबसे ज्यादा वो लोग होते हैं जो पान खाते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति थूक के पास से गुजरता है तो उसे उस जगह को छूने से बचना चाहिए. अगर थूक गलती से कपड़ों पर आ गया है तो जल्द से जल्द अपने कपड़े बदल लें और उन कपड़ों को गर्म पानी में धोकर कीटाणुरहित कर लें.

  • 5/8

अगर बाहर जाकर आपको थूकने की जरूरत महसूस होती है तो इसे बहुत सावधानी के साथ करें. अपने साथ टिश्यू पेपर ले जाएं और थूक या बलगम निकालने के बाद उसे तुरंत डस्टबिन में फेंक दें. अगर आप में नाक बहने, गले में खराश या छींकने जैसे लक्षण हैं तो बाहर जाने से बचें.

  • 6/8

कोराना वायरस फैलने की आशंका के चलते गुजरात सरकार पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर प्रतिबंध लगा चुकी है. गुजरात सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने को दंडनीय अपराध बना दिया है.

Advertisement
  • 7/8

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकने की अपील कर चुके हैं. अपने कार्यक्रम में पीएम ने कहा था कि यह पता होने के बावजूद कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गलत है, लोग यह करते हैं जिसे रोकने का समय अब आ गया है.

  • 8/8

पीएम मोदी ने कहा कि कभी नहीं करने से बेहतर देर से शुरू करना है. लोगों को अब थूकने के खतरनाक परिणाम समझ में आने लगे हैं जो स्वच्छता को भी प्रभावित करते हैं. उन्होंने कहा कि थूकने पर रोक लगाने से बुनियादी स्वच्छता बढ़ेगी और COVID-19 के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी.

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement