प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर जा सकते हैं. मामले से जुड़े लोगों ने मंगलवार को ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पीएम अप्रैल के तीसरे हफ्ते में सऊदी जा सकते हैं. अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार करेंगे.
मामलों के जानकार लोगों ने बताया कि पीएम मोदी व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार करने के लिए अप्रैल में सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर जा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के साथ-साथ प्रस्तावित भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) पर भी चर्चा करने की भी उम्मीद है.
अप्रैल के तीसरे हफ्ते में हो सकती है यात्रा
उन्होंने ये भी बताया कि पीएम मोदी अप्रैल के तीसरे हफ्ते में सऊदी अरब की यात्रा पर जा सकते हैं जो लगभग चार साल के लंबे अंतराल के बाद खाड़ी देश में उनकी पहली यात्रा होगी.
वहीं, पिछले नवंबर में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद ने भारत का दौरा किया था, जिसमें दोनों पक्षों ने विशेष रूप से व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के अवसरों पर चर्चा की थी.
भारत और सऊदी अरब के बीच समग्र संबंध पिछले कुछ सालों में बेहतर हुए हैं. इस खाड़ी देश में 2.6 मिलियन की संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं, जिसे दोनों देशों के बीच संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता है.
द्विपक्षीय व्यापार में लगातार हो रही है वृद्धि
पीएम मोदी ने इसे पहले अप्रैल 2016 में रियाद यात्रा को भारत-सऊदी अरब संबंधों में एक नया अध्याय खोलने के लिए महत्वपूर्ण माना गया. पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि हुई है. भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है, जबकि खाड़ी देश नई दिल्ली का पांचवा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. हाल के वर्षों में सऊदी अरब में भारतीय निवेश भी बढ़ा है जो अगस्त 2023 में लगभग 3 बिलियन अमरीकी डॉलर के संचयी आंकड़े तक पहुंच गया.
2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 42.98 बिलियन अमेरीकी डॉलर होगा, जिसमें भारतीय निर्यात 11.56 बिलियन अमेरिकी डॉलर और आयात 31.42 बिलियन अमेरीकी डॉलर होगा.
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आएंगे थे.
शिखर सम्मेलन के अवसर पर भारत, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इटली, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के नेताओं ने एक नए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के विकास के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताते हुए एक समझौता ज्ञापन की घोषणा की.
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