AI डीप फेक, फेक न्यूज बनाने वालों की खैर नहीं, कड़े नियम लाने की तैयारी में सरकार, संसद में बताया पूरा प्लान

संसद में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन नए नियमों का जिक्र किया जिनमें 36 घंटे के अंदर कंटेंट हटाने की व्यवस्था शामिल है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सख्त कार्रवाई और मजबूत नियम बनाने की आवश्यकता पर बल दिया. साथ ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के बीच संतुलन बनाए रखने की बात कही और डिजिटल इंडिया पहल की सफलता को स्वीकार किया.

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लोकसभा में वैष्णव की चेतावनी: संविधान न मानने वाले इकोसिस्टम पर होगा सख्त एक्शन लोकसभा में वैष्णव की चेतावनी: संविधान न मानने वाले इकोसिस्टम पर होगा सख्त एक्शन

पीयूष मिश्रा

  • नई दिल्ली ,
  • 03 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:13 PM IST

सोशल मीड‍िया पर तैरने वाले एआई से बने डीपफेक और फेक न्यूज का मुद्दा बुधवार को संसद के पटल पर रखा गया. इस पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा को बताया कि सोशल मीडिया और फेक न्यूज को लेकर उठाया गया मुद्दा बेहद गंभीर है. उन्होंने कहा कि फेक न्यूज भारत की लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रही है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, गलत जानकारी और एआई से तैयार डीपफेक पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है. 

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अश्व‍िनी वैष्णव ने ये भी कहा क‍ि सोशल मीडिया के इस्तेमाल के तरीके से कुछ ऐसे इकोसिस्टम बन गए हैं जो भारत के संविधान का पालन करने या संसद द्वारा बनाए गए कानूनों का अनुपालन करने के इच्छुक नहीं दिखते. इस पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई करने और अधिक मजबूत नियम बनाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया. 

36 घंटे के अंदर कंटेंट हटाने की व्यवस्था

संसद में एक सवाल के जवाब में वैष्णव ने बताया कि हाल ही में नए नियम लागू किए गए हैं, जिनमें 36 घंटे के अंदर कंटेंट हटाने की व्यवस्था भी शामिल है. एआई से बने डीपफेक की पहचान कर उन पर जरूरी कार्रवाई के लिए एक ड्राफ्ट नियम भी जारी किया गया है. इस पर फिलहाल विचार-विमर्श चल रहा है. मंत्री ने संसदीय समिति के काम की सराहना की और निशिकांत दुबे समेत सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने कानूनी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए अहम सिफारिशों वाली विस्तृत रिपोर्ट पेश की. 

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सोशल मीड‍िया ने दिया बड़ा मंच

उन्होंने कहा कि फेक न्यूज और सोशल मीडिया से जुड़े मुद्दों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा के बीच नाजुक संतुलन बनाना पड़ता है. सरकार इस संतुलन को पूरी संवेदनशीलता के साथ बनाए रखते हुए काम कर रही है. उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया पहल ने बड़ा बदलाव लाया है और तकनीक को लोकतांत्रिक बनाया है, जिसके सकारात्मक प्रभावों को स्वीकार करना चाहिए. सोशल मीडिया ने हर नागरिक को एक मंच दिया है. इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार संस्थाओं को मजबूत बनाने और समाज की नींव बनने वाले विश्वास को कायम रखने की दिशा में काम कर रही है. 

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