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35 साल पहले इस फिल्म का नाम बदलने से बच गए थे लाखों के तलाक

aajtak.in
  • 20 मई 2017,
  • अपडेटेड 9:40 PM IST
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साल 1982 में बहुत से तलाक होने से बच गए. अगर साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म 'निकाह' का नाम यह नहीं किया गया होता तो इस साल कई लोगों के तलाक हो जाते. जानें- ऐसा क्या था कि फिल्म का नाम अगर नहीं बदला जाता तो कई तलाक हो जाते.

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साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म 'निकाह' सुपरहिट साबित हुई थी. फिल्म में सलमा आगा, राज बब्बर और दीपक पराशर जैसे कलाकारों ने काम किया था. आपको बता दें कि पहले फिल्म का नाम 'निकाह' नहीं था. ये नाम बदलकर रखा गया था.

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फिल्म का नाम पहले 'तलाक तलाक तलाक' रखा गया था. बाद में फिल्म के डायरेक्टर बलदेव राज चोपड़ा यानी बी.आर चोपड़ा को अपनी फिल्म का नाम बदलना पड़ा.

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दरअसल एक दिन बी.आर चोपड़ा के दोस्त उनसे मिलने आए तो उन्हें फिल्म के नाम के बारे में पता चला. फिल्म का नाम जानकर उनके दोस्त को काफी हैरानी हुई. उन्होंने बी.आर चोपड़ा से कहा कि तुम तो ना जाने कितने लोगों का तलाक करवा दोगे.

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उन्होंने बी.आर चोपड़ा से पूछा कि मुझे यह बताओ कि अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति यह फिल्म देखकर आएगा और उसकी पत्नी उससे पूछेगी कि कौन सी फिल्म देखकर आए हो तो वो क्या जवाब देगा? इसका जवाब देते ही उनका तलाक हो जाएगा.

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इस बात का अहसास होते ही कि फिल्म के इस नाम से लोगों का तलाक हो सकता है और उनकी फिल्म फंस सकती है बी.आर चोपड़ा ने फौरन फिल्म का नाम बदलने का फैसला कर लिया.

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इसके बाद उन्होंने काफी सोच समझकर फिल्म का नाम बदलकर 'निकाह' किया.

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इस फिल्म की कहानी तीन तलाक पर ही थी. फिल्म में दीपक पाराशर और राज बब्बर दोनों सलमा आगा से प्यार करते हैं, लेकिन सलमा दीपक को चुनती हैं और शादी कर लेती हैं. बाद में दीपक सलमा को तलाक दे देता है और सलमा एक बार फिर राज बब्बर से टकरा जाती हैं और फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है.

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इन दिनों देश में भी तीन तलाक का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. 11 मई से सुप्रीम कोर्ट में चल रही तीन तलाक के मुद्दे पर सुनवाई शुरू हुई थी जो अब खत्म हो गई है. कोर्ट ने अपने आदेश को सुरक्षित रखा है.

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कोर्ट में यह सुनवाई 6 दिनों तक चली. कोर्ट ने गुरुवार की सुनवाई में दोनों पक्षों की बात को सुना, जिसके बाद फैसले को सुरक्षित रखा.

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