महान हॉकी प्लेयर मोहम्मद शाहिद की बेटी पीएम मोदी को देंगी टक्कर

वाराणसी लोकसभा सीट से हिना ने जनहित पार्टी के टिकट पर आखिरी दिन अपना पर्चा भरा. हिना फैशन डिजाइनर हैं और उनकी पहचान ओलंपियन मोहम्मद शाहिद की बेटी के रूप में है. और हाकी में जब ड्रिबलिंग का नाम आता है तो सबसे ऊपर शाहिद का नाम लिया जाता है.

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महान हॉकी प्लेयर मोहम्मद शाहिद की बेटी पीएम मोदी को देंगी टक्कर महान हॉकी प्लेयर मोहम्मद शाहिद की बेटी पीएम मोदी को देंगी टक्कर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2019,
  • अपडेटेड 11:00 AM IST

वाराणसी ससंदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ महान हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद की बेटी हिना भी चुनाव लड़ रही हैं. महिलाओं से जु़ड़े हुए मुद्दों पर आवाज उठाने वाली हिना ने नामांनक के आखिरी दिन पर्चा भरा है. हिना जानती हैं कि वे पीएम मोदी के खिलाफ दमदार उम्मीदवार नहीं हैं, न ही सीधा मुकाबला उनके और पीएम मोदी के बीच का है, फिर भी उन्हें हार का डर नहीं है.

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हिना का कहना है कि उन्हें लंबी राजनीतिक पारी खेलनी है इसलिए यह सोचकर बैठना गलत है कि प्रधानमंत्री मोदी अजेय हैं.

वाराणसी लोकसभा सीट से हिना ने जनहित पार्टी के टिकट पर आखिरी दिन अपना पर्चा भरा. मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय को प्रत्याशी बनाया है. सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी तेजबहादुर का नामांकन खारिज कर दिया गया है. अब तेज बहादुर सुप्रीम कोर्ट का रुख करने वाले हैं.

हिना फैशन डिजाइनर हैं और उनकी पहचान ओलंपियन मोहम्मद शाहिद की बेटी के रूप में है. और हाकी में जब ड्रिबलिंग का नाम आता है तो सबसे ऊपर शाहिद का नाम लिया जाता है .

मास्को ओलंपिक (1980) में स्वर्ण और एशियाई खेलों (1982 में रजत और 1986 में कांस्य) में पदक जीत चुके शाहिद उस दौर में हाकी के महानायक थे. तब हॉकी की कमेंट्री रेडियो के जरिए होती थी. शाहिद का वाराणसी से लगाव ज्यादा था. उन्होंने 2016 में अंतिम सांस भी यहीं ली.

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यह पूछने पर कि क्या पिता को उनका दर्जा नहीं मिल पाने का मलाल उन्हें राजनीति में खींच लाया है, हिना ने कहती हैं ‘मैं निजी मसलों को लेकर राजनीति में नहीं आई. पापा के गुजरने के बाद कई दलों ने मां को राजनीति में आने के लिये कहा लेकिन हम इसके लिये तैयार नहीं थे. मैं महिलाओं के मसलों पर आवाज उठाने के लिये चुनाव लड़ रही हूं.’

हिना का मानना है कि मोदी ने पिछले पांच साल में वाराणसी में बहुत काम किया है लेकिन उन्हें गुरेज जाति के आधार पर हो रही राजनीति से है. हिना का कहना है कि लगभग सभी राजनीतिक दल जाति के नाम पर युवाओं को बांट रहे हैं. देखकर मन दुखता है. इसका विरोध जरूरी है और उसके लिये आगे आना होगा.

वाराणसी संसदीय सीट पर 19 मई को मतदान होगा. पिछली बार पीएम मोदी ने यहां 5,81,023 वोट हासिल करके पहली बार लोकसभा चुनाव जीता था. आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 और अजय राय को 75,614 वोट मिले थे.

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