26 सीटें, 6 ही जीते... बिहार चुनाव 2020 में NDA की कमजोर कड़ी था मगध, क्या PM मोदी के दौरे से बदलेगा गणित?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को बिहार के गया में होंगे. पीएम का यह दौरा इसलिए भी खास है, क्योंकि गया मगध क्षेत्र में पड़ता है. मगध क्षेत्र के तीन जिलों में 2020 के चुनाव में एनडीए का खाता तक नहीं खुल सका था.

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गया से बिहार को हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे पीएम मोदी (Photo: ITG) गया से बिहार को हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे पीएम मोदी (Photo: ITG)

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 21 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:05 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को एक बार फिर से बिहार दौरे पर आ रहे हैं. अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी गया जी के बोधगया मगध विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और बिहार को हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे.

पीएम मोदी जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने वाले हैं, उनमें गंगा नदी पर बने नए पुल के साथ ही फोर लेन हाईवे और दो नई अमृत भारत ट्रेन की सौगात भी शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी का 22 अगस्त को गया दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसे इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मगध क्षेत्र में चुनाव से पहले प्रधानमंत्री का यह पहला कार्यक्रम है.

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प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले मधुबनी के झंझारपुर, रोहतास के बिक्रमगंज, सिवान और मोतिहारी के सुगौली में जनसभाएं कर चुके हैं. गया का नाम बदलकर 'गया जी' किए जाने के बाद पीएम मोदी पहली बार यहां आ रहे हैं. गया जिला भी मगध क्षेत्र में आता है, जिसमें औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा और अरवल भी शामिल हैं.

साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो मगध क्षेत्र के पांच जिलों में कुल 26 विधानसभा सीटें हैं. इन 26 सीटों में से केवल छह सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार जीत सके थे. बिहार में एनडीए सरकार की अगुवाई कर रहे नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) मगध क्षेत्र में खाता तक नहीं खोल पाई थी.

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तीन जिलों में शून्य पर सिमट गया था एनडीए

मगध क्षेत्र के एक-एक जिले की चर्चा करें, तो गया जिले में 10 विधानसभा सीटें हैं. 2020 के चुनाव में एनडीए को पांच सीटों पर जीत मिली थी. औरंगाबाद जिले में छह विधानसभा सीटें हैं और एनडीए इस जिले में शून्य पर सिमट गया था. जहानाबाद जिले की तीन सीटों पर भी एनडीए का सूपड़ा साफ हो गया था.

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अरवल जिले में दो विधानसभा सीटें हैं और यहां भी एनडीए खाली हाथ ही रह गया था. नवादा जिले में पांच विधानसभा सीटें हैं और एनडीए को केवल एक सीट पर जीत मिल सकी थी. 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को भले ही सरकार बनाने का जनादेश मिला हो, लेकिन मगध में प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा था.

मगध क्षेत्र में नहीं खुला था जेडीयू का खाता

एनडीए ने मगध क्षेत्र में जो छह विधानसभा सीटें जीती थीं, उनमें भी तीन सीटें केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की अगुवाई वाली हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने जीती थीं. मांझी की पार्टी ने गया की तीन विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को गया की दो सीटों पर जीत मिली थी.

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नवादा जिले की एक सीट से बीजेपी उम्मीदवार को जीत मिली थी. कुल मिलाकर बीजेपी और जीतनराम मांझी की पार्टी ने तीन-तीन सीटें जीती थीं. नीतीश कुमार की जेडीयू का स्कोर इस इलाके में शून्य रहा था. पिछले चुनाव के निराशाजनक नतीजों को देखते हुए पीएम मोदी का यह दौरा एनडीए नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की बड़ी कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है.

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