बीजिंग के तियानानमेन स्क्वायर में चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान पर जीत की 80वीं वर्षगांठ पर भव्य 'विजय दिवस' (V-Day) सैन्य परेड आयोजित की. यह परेड सिर्फ ऐतिहासिक यादगार नहीं, बल्कि चीन की सैन्य ताकत का प्रदर्शन था. राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ समीक्षा की. परेड में 10,000 से ज्यादा सैनिक, 100 से ज्यादा विमान और सैकड़ों वाहन शामिल हुए.
पहली बार चीन ने अपनी न्यूक्लियर ट्रायड (भूमि, समुद्र और हवाई आधारित न्यूक्लियर ताकत) पूरी तरह दिखाई. चार नई YJ सीरीज एंटी-शिप मिसाइलें, DF-5C आईसीबीएम, J-20S फाइटर जेट और कई अन्य हथियारों का डेब्यू हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार, ये हथियार अमेरिकी नौसेना को चुनौती देने के लिए बनाए गए हैं.
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शांति का संदेश या सैन्य चेतावनी?
परेड 70 मिनट चली, जिसमें 100 से ज्यादा घरेलू हथियार दिखाए गए. शी जिनपिंग ने कहा कि मानवता को शांति या युद्ध चुनना है. यह अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए संकेत था. खासकर ताइवान और दक्षिण चीन सागर में तनाव के बीच. परेड में हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्टील्थ ड्रोन और न्यूक्लियर ट्रायड पर फोकस था, जो चीन की हाई-टेक युद्ध क्षमता दिखाता है. ये हथियार मौजूदा एंटी-मिसाइल सिस्टम को चकमा दे सकते हैं.
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चार नई YJ सीरीज एंटी-शिप मिसाइलें: दुश्मन जहाजों का सफाया
YJ (Yingji या 'ईगल अटैक') सीरीज की चार नई मिसाइलें पहली बार दिखाई गईं. ये हाइपरसोनिक हैं, जो मैक 5 (ध्वनि की गति से 5 गुना तेज) से ज्यादा स्पीड से उड़ती हैं. तीन हाइपरसोनिक हैं, जो अलग-अलग कॉन्फिगरेशन वाली हैं. ये जहाजों, विमानों या जमीन से लॉन्च हो सकती हैं. विश्व के मौजूदा डिफेंस सिस्टम इन्हें इंटरसेप्ट करने में मुश्किल महसूस करेंगे.
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DF-5C: ग्लोबल स्ट्राइक वाली लिक्विड-फ्यूल्ड न्यूक्लियर मिसाइल
डोंगफेंग-5C (DF-5C) इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) पहली बार परेड में गुजरी. यह लिक्विड-फ्यूल्ड है, जो ग्लोबल स्ट्राइक रेंज वाली है. तियानानमेन स्क्वायर से गुजरते हुए दिखाई गई.
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न्यूक्लियर ट्रायड: भूमि, समुद्र और हवाई आधारित स्ट्रैटेजिक फोर्सेस
चीन ने पहली बार अपनी न्यूक्लियर ट्रायड पूरी तरह दिखाई – भूमि (ICBMs), समुद्र (SLBMs) और हवाई (बॉम्बर्स) आधारित न्यूक्लियर ताकत. यह 'सेकंड स्ट्राइक' क्षमता दिखाता है.
J-20S: दो-सीट वाला स्टील्थ फाइटर जेट का डेब्यू
चीन का दो-सीट वाला J-20S फाइटर जेट पहली बार दिखा. यह J-20 का अपग्रेडेड वर्जन है, जो स्टील्थ तकनीक से लैस.
अन्य प्रमुख हथियार: ड्रोन, टैंक और अंडरवाटर व्हीकल्स
परेड में कई अन्य हथियार भी दिखे, जो चीन की हाई-टेक क्षमता दिखाते हैं.
चीन की सैन्य ताकत का वैश्विक संदेशयह परेड चीन की 'मेक इन चाइना' सैन्य तकनीक का प्रतीक थी, जो अमेरिका को चुनौती देती है. हाइपरसोनिक मिसाइलें और न्यूक्लियर ट्रायड से साफ है कि चीन हाई-इंटेंसिटी वॉर के लिए तैयार है. लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि ये हथियार शांति के लिए डिटरेंट हैं. दुनिया की नजरें अब ताइवान और साउथ चाइना सी पर हैं.
ऋचीक मिश्रा