अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने भारत के सबसे महत्वाकांक्षी रक्षा प्रोजेक्ट AMCA (एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) स्टील्थ फाइटर जेट के लिए बोली लगाने की घोषणा की है. यह बोली 30 सितंबर 2025 तक जमा करनी है. प्रोजेक्ट की लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है.
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि यह 'मेक इन इंडिया' को मजबूत करने का बड़ा कदम है. AMCA भारत का पहला स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट होगा, जो चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी खतरों से निपटने के लिए जरूरी है.
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अडानी डिफेंस पहले से ड्रोन और मिसाइल सिस्टम बना रही है. अब फाइटर जेट प्रोडक्शन में एंट्री लेगी. आइए आसान हिंदी में समझते हैं कि AMCA क्या है? इसकी खासियतें क्या हैं? बोली में कौन-कौन सी कंपनियां हिस्सा लेंगी.
AMCA प्रोजेक्ट 2008 में शुरू हुआ, लेकिन 2015 में DRDO और ADA (एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी) ने इसे आधिकारिक रूप दिया. यह 5वीं पीढ़ी का सिंगल-इंजन स्टील्थ फाइटर है, जो राफेल और Su-30 MKI जैसी पुरानी मशीनों को रिप्लेस करेगा.
भारतीय वायुसेना (IAF) को 2035 तक 126 AMCA चाहिए. प्रोटोटाइप 2028 में उड़ेगा. पहला स्क्वाड्रन 2032-33 में तैयार होगा. लागत: 15,000 करोड़ (पहला प्रोटोटाइप और टेस्टिंग के लिए).
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AMCA को स्टील्थ, मल्टी-रोल और सुपरक्रूज क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है. यह रडार से बचने वाला जेट है, जो हवा से हवा, हवा से जमीन और हवा से समुद्र हमले कर सकता है. मुख्य स्पेसिफिकेशन...
AMCA तेजस Mk-2 का अपग्रेडेड वर्जन है, जो 4.5वीं पीढ़ी से 5वीं में बदलता है. यह IAF को 42 स्क्वाड्रन की कमी पूरी करेगा.
AMCA प्रोजेक्ट के लिए बोली 30 सितंबर 2025 तक जमा करनी है. DRDO और ADA लीड करेंगे, लेकिन प्राइवेट सेक्टर को 49% हिस्सेदारी दी जाएगी. मुख्य कंपनियां...
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बोली में 70% स्वदेशी कंटेंट जरूरी. अडाणी की एंट्री से प्राइवेट सेक्टर की भूमिका बढ़ेगी.
चीन की PLAAF (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स) के पास 3,000+ विमान हैं, जिसमें J-20 स्टील्थ शामिल. पाकिस्तान के JF-17 थंडर. IAF को 42 स्क्वाड्रन चाहिए, लेकिन 30 हैं. AMCA से हवाई वर्चस्व मिलेगा. 2025 के ऑपरेशन सिंदूर में स्टील्थ की जरूरत दिखी.
अडानी की AMCA बोली से भारत का फाइटर जेट प्रोडक्शन मजबूत होगा. 15000 करोड़ का प्रोजेक्ट 2035 तक 126 जेट देगा. बोली में अडानी, रिलायंस, टाटा और HAL मुख्य होंगे. यह 'मेक इन इंडिया' को बूस्ट देगा. भारत को एशिया की सैन्य महाशक्ति बनाएगा.
ऋचीक मिश्रा