भारतीय सेना का फेवरेट ध्रुव हेलिकॉप्टर अब नागरिकों के लिए उड़ान भरेगा... कल पहली फ्लाइट

HAL की ध्रुव-एनजी हेलीकॉप्टर की पहली उड़ान 30 दिसंबर को बेंगलुरु में होगी. यह ध्रुव का उन्नत संस्करण है, जो सिविल एविएशन में प्रवेश का बड़ा कदम है. मेडिकल इमरजेंसी, डिजास्टर रिलीफ, ऑफशोर सपोर्ट और रीजनल कनेक्टिविटी में इस्तेमाल होगा. इससे आयात कम होगा और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी.

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ये है ध्रुव-एनजी हेलिकॉप्टर जिसका इस्तेमाल नागरिक उड़ान के लिए होगी. (Photo: HAL) ये है ध्रुव-एनजी हेलिकॉप्टर जिसका इस्तेमाल नागरिक उड़ान के लिए होगी. (Photo: HAL)

शिवानी शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:41 PM IST

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भारत के स्वदेशी हेलीकॉप्टर विकास में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. कल यानी 30 दिसंबर 2025 को बेंगलुरु की HAL फैसिलिटी में ध्रुव-एनजी (Dhruv Next Generation) हेलीकॉप्टर की पहली उड़ान होने वाली है. यह उड़ान सिर्फ तकनीकी सफलता नहीं, बल्कि HAL के सिविल एविएशन क्षेत्र में बड़े विस्तार की शुरुआत भी है.

ध्रुव-एनजी क्या है?

ध्रुव-एनजी भारतीय सेना के लिए पहले से सफल साबित हो चुके एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH ध्रुव) का नया और बेहतर वर्जन है. इसमें कई आधुनिक बदलाव किए गए हैं... 

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  • ज्यादा ताकतवर इंजन.
  • बेहतर एवियोनिक्स (इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम).
  • कम वजन और ज्यादा ईंधन क्षमता.
  • आधुनिक सुरक्षा फीचर्स.
  • ज्यादा ऊंचाई और गर्म मौसम में भी अच्छा प्रदर्शन.
  • यह हेलीकॉप्टर सैन्य उपयोग के साथ-साथ नागरिक जरूरतों के लिए भी तैयार किया जा रहा है.

सिविल एविएशन में HAL का नया प्लान

HAL अब सिर्फ रक्षा क्षेत्र तक सीमित नहीं रहना चाहता. ध्रुव-एनजी के जरिए कंपनी सिविल हेलीकॉप्टर मार्केट में मजबूती से प्रवेश कर रही है. इसके मुख्य उपयोग होंगे...

  • इमरजेंसी मेडिकल सर्विस: दुर्गम इलाकों में मरीजों को तुरंत अस्पताल पहुंचाना.
  • ऑफशोर सपोर्ट: समुद्र में तेल-गैस प्लेटफॉर्म्स तक कर्मचारियों और सामान की ढुलाई.
  • डिजास्टर रिलीफ: बाढ़, भूकंप या प्राकृतिक आपदा में राहत कार्य.
  • रीजनल कनेक्टिविटी: छोटे शहरों और गांवों को हवाई संपर्क देना (उड़ान स्कीम के तहत). VIP ट्रांसपोर्ट और टूरिज्म.

इससे भारत में हेलीकॉप्टर सेवाएं सस्ती और आसानी से उपलब्ध होंगी. अभी ज्यादातर सिविल हेलीकॉप्टर विदेशी कंपनियों (जैसे एयरबस, बेल) से आयात किए जाते हैं. ध्रुव-एनजी से आयात पर निर्भरता कम होगी और स्वदेशी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.

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भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण?

  • आत्मनिर्भरता: रोटरी-विंग (हेलीकॉप्टर) तकनीक में भारत अब पूरी तरह स्वदेशी हो रहा है.
  • ग्लोबल मार्केट: HAL ध्रुव-एनजी को विदेशों में भी निर्यात करना चाहता है. कई देश पहले से ध्रुव हेलीकॉप्टर इस्तेमाल कर रहे हैं.
  • नौकरियां और इनोवेशन: HAL और उसके सप्लायर्स को नए ऑर्डर मिलेंगे, हजारों नौकरियां पैदा होंगी.
  • रक्षा और सिविल दोनों में फायदा: एक ही प्लेटफॉर्म से दोनों क्षेत्रों की जरूरतें पूरी होंगी, जिससे लागत कम होगी.

HAL के अधिकारियों का कहना है कि ध्रुव-एनजी की सफल उड़ान भारत को विश्व के प्रमुख सिविल हेलीकॉप्टर निर्माता देशों की लिस्ट में शामिल करने की दिशा में बड़ा कदम होगा. कल की उड़ान के बाद टेस्टिंग का दौर चलेगा और जल्द ही यह हेलीकॉप्टर सेना और नागरिक उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा.

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