International Women's Day: जेल से जल्दी क्यों छूट जाते हैं मनचले और रेपिस्ट? दिल्ली की महिलाओं ने कमिश्नर से पूछा

International Women's Day: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली की महिलाओं ने पुलिस कमिश्नर से तीखे सवाल किए. महिलाओं ने राकेश अस्थाना से पूछा कि आखिर क्या वजह है कि रेपिस्ट जेल से जल्दी बाहर आ जाते हैं और वह महिलाओं के लिए मुसीबत बन जाते हैं.

Advertisement
दिल्ली पुलिस की ओर से वुमेंस डे पर महिलाओं को सम्मानित किया गया दिल्ली पुलिस की ओर से वुमेंस डे पर महिलाओं को सम्मानित किया गया

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:24 PM IST
  • पुलिस ने आयोजित किया वर्चुअल कार्यक्रम
  • 50 हजार से अधिक महिलाएं हुईं शामिल

International Women's Day: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से महिलाओं ने क्राइम अगेंस्ट वुमेंस (Crime Against Women) से जुड़े कई सवाल पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Police Commissioner Rakesh Asthana) से पूछे. कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने पुलिस कमिश्नर से पूछा कि मनचले और रेपिस्ट क्यों जेल से बाहर क्यों आ जाते हैं? पुलिस ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठा रही है.

Advertisement

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर महिलाओं को सम्मानित किया. इस दौरान महिलाओं ने कई सवाल पूछे. अधिकतर महिलाओं के सवाल स्ट्रीट क्राइम पर आधारित थे. महिलाओं ने पूछा कि छेड़खानी या रेपिस्ट बहुत जल्द जमानत पर बाहर आ जाते हैं, इसके बाद वह पीड़िता के लिए खतरा बन जाते हैं. ऐसे में पुलिस क्या एक्शन ले रही है. 

महिलाओं के सवालों पर कमिश्नर अस्थाना ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को पेट्रोलिंग के लिए उतारा गया है. दिल्ली पुलिस के तमाम अधिकारियों को भी स्ट्रीट क्राइम कंट्रोल करने के निर्देश दिए गए हैं. 

राकेश अस्थाना ने जेल से रेपिस्ट के जल्द बाहर आने के सवाल पर कहा कि जमानत मिलना या जेल से बाहर आना कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है. हालांकि ऐसे मामलों में पुलिस अदालत में कोशिश करती है कि आरोपी जेल से बाहर ना आए. लेकिन ऐसे आरोपियों को जमानत मिल जाती है तो दिल्ली पुलिस ने जेल-बेल अभियान चलाया है, इसके तहत आरोपी जेल से बाहर आता है तो इलाके के थाने का स्टाफ उस पर नजर रखता है. आरोपी का डाटा बेस तैयार किया जाता है.

Advertisement

अस्थाना ने बताया कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तकरीबन 127 पिंक बूथ पुलिस चौकी खोली गई हैं. इसमें महिला स्टाफ तैनात की गई है, जो महिलाओं की शिकायत समस्याएं सुन रही हैं. इस दौरान अलग-अलग सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया. पुलिस की ओर से कहा गया कि कार्यक्रम में दिल्ली की करीब 50 हजार से ज्यादा महिलाओं ने वर्चुअल तौर पर हिस्सा लिया.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement