नीले ड्रम में लाश, 36 घंटे की जांच, महिला समेत 4 गिरफ्तार... 'लुधियाना हत्याकांड' का ऐसे हुआ पर्दाफाश

Ludhiana Blue Drum Murder Case: पंजाब के लुधियाना के शेरपुर इलाके में 36 घंटे पहले मिले नीले ड्रम में बंद शव ने सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने अब इस रहस्यमयी हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है. इस केस में आरोपी एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों में दो नाबालिग लड़के शामिल हैं.

Advertisement
एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

विवेक ढल

  • लुधियाना ,
  • 27 जून 2025,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST

पंजाब के लुधियाना के शेरपुर इलाके में 36 घंटे पहले मिले नीले ड्रम में बंद शव ने सनसनी फैला दी थी. पुलिस ने अब इस रहस्यमयी हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है. इस केस में आरोपी एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों में दो नाबालिग लड़के शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान लुधियाना के भारती कॉलोनी गली नंबर 5 के रहने वाले मनोज उर्फ राजू के रूप में हुई है. उसका शव एक नीले रंग के ड्रम में मिला था, जो एक खाली प्लॉट में फेंका गया था. उसके शव की हालत देखकर ही अंदाजा लग गया था कि हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई है. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर इस मामले की जांच शुरू कर दी थी.

शराब के नशे में की गई थी मारपीट

पुलिस की जांच में सामने आया कि वारदात वाली रात सभी आरोपी शराब के नशे में थे. उसी हालत में आरोपियों ने मनोज के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान वो गंभीर रूप से घायल हो गया. वो बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा. कुछ समय बाद ही उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इसके बाद आरोपी बुरी तरह घबरा गए. मनोज के शव को उस रात अपने कमरे में रहने दिया.

Advertisement

मौत के बाद शव को नीले ड्रम में डाला

इसके बाद अगले दिन सुबह मौका मिला देखकर आरोपियों ने मनोज के शव को रस्सी से बांधकर एक नीले रंग के ड्रम में पैक कर दिया. ई-रिक्शा के जरिए नीले ड्रम को शेरपुर के एक सुनसान खाली प्लॉट में फेंक दिया. लोगों ने नीले ड्रम की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब ड्रम खोला तो उसमें से लाश निकली. पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

सीसीटीवी कैमरे में दिखा ई-रिक्शा चालक

इसके बाद केस की जांच के लिए पुलिस अधिकारी करनवीर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित की गई. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल का केस दर्ज किया. जांच में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के कैमरों की मदद ली गई. फुटेज खंगालने पर पुलिस की नजर एक ई-रिक्शा पर पड़ी, जिसमें कुछ लोग नीले रंग का भारी ड्रम ले जाते दिखे. पुलिस ने ई-रिक्शा चालक रोहित को हिरासत में ले लिया. 

ई-रिक्शा चालक ने खोली आरोपियों की पोल

पुलिस पूछताछ में उसने पूरे मामले का खुलासा कर दिया. उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया. इनमें से फागू प्रसाद, ऊषा देवी, नीरज कुमार और सीटू कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. दो अन्य आरोपी जयवीर और विशाल नाबालिग हैं. उन्हें किशोर न्याय अधिनियम के तहत संबंधित अदालत में पेश करने की कार्रवाही की जा रही है. 

Advertisement

हर एंगल से केस की जांच कर रही पुलिस

चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या की पीछे असल वजह क्या थी. अभी तक तो झगड़े की बात सामने आ रही है, लेकिन पुलिस की टीम हर संभावित एंगल से इस केस की जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड की तह तक जाने के लिए सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement