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इस राज्य में बन रहा है नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा अल्ट्रा मॉडर्न फिश मार्केट, किसानों की ऐसे बढ़ेगी आय

उत्तर प्रदेश के चंदौली में बन रहे अल्ट्रा मॉडर्न मछली केंद्र के तीन मंजिला इमारत में होलसेल, रिटेल और मछली पालन से संबंधित सभी उपकरण, दवाएं, चारा आदि सब कुछ एक छत के नीचे उपलब्ध होगा. इसके अलावा मछलियों के स्टोरेज से लेकर उसके आयात-निर्यात तक की सुविधाएं भी एक ही जगह मिलेंगी.

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Ultra fish market
Ultra fish market

सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए तमाम तरह की योजनाएं चला रही है. किसानों को मिलने वाली आधारभूत सुविधाओं में भी आधुनिक बदलाव किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक अत्याधुनिक मछली केंद्र का निर्माण किया जा रहा है. यह मछली केंद्र चंदौली स्थित ंमंडी समिति के परिसर में बन रहा है. तीन मंजिला यह मछली केंद्र पूरी तरह से वातानुकूलित होगा.

जुलाई तक तैयार हो जाएगा अल्ट्रा मॉडर्न मछली केंद्र

अल्ट्रा मॉडर्न मछली केंद्र के निर्माण से मछली पालकों और मछली के व्यवसायियों को मछली पालन और मछली के व्यापार से संबंधित सभी सुविधाएं मुहैया होंगी. साथ ही लोगों के लिए रोजगार में भी इजाफा होगा. इससे मछली पालकों की आय में भी कई गुना इजाफा होगा. माना जा रहा है कि साल जुलाई तक यह अल्ट्रा मॉडर्न मछली मंडी बनकर तैयार हो जाएगा.

अल्ट्रा मॉडर्न मछली केंद्र में होगी ये सुविधाएं

अल्ट्रा मॉडर्न मछली केंद्र तीन मंजिला इमारत में होलसेल, रिटेल और मछली पालन से संबंधित सभी उपकरण, दवाएं,चारा आदि सब कुछ एक छत के नीचे उपलब्ध होगा. यही नहीं इस इमारत में एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट भी होगा. इसमें खानपान के अन्य सामानों के साथ-साथ मछली से बने व्यंजन भी उपलब्ध होंगे. आने वाले दिनों में यहां पर एक प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाई जाएगी. इस यूनिट के जरिए मछलियों को सुरक्षित स्टोर किया जा सकेगा. यहां मछली पालकों और मछली व्यापारियों के प्रशिक्षण के लिए एक कॉन्फ्रेंस हाल भी होगा. यहां समय-समय पर मछली पालन से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी.

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अल्ट्रा फिश मार्केट का निर्माण
अल्ट्रा फिश मार्केट का निर्माण

किसानों को होगा  बढ़िया-मुनाफा

चंदौली के जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने बताया कि यहां पर मछली का अच्छा खासा उत्पादन होता है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय लिया है कि यहां पर एक फिश मार्केट इस्टैबलिश्ड किया जाए. मार्केट के अंदर कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं रहेंगी. साथ ही मछलियों की मार्केटिंग और उपज करने वालों के लिए ट्रेनिंग सेंटर भी रहेगा. यह कुल मिलाकर यह एक इंटीग्रेटेड मॉडल है. मछली पालन करने वाले किसानों को इससे बढ़िया मुनाफा हासिल होगा.

आयात-निर्यात में होगा इजाफा

मछली एक पेरिशेबल आइटम होता है और तालाब से निकलने के बाद बहुत जल्दी ही खराब होने लगता है. तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए यहां पर एक कोल्ड स्टोरेज भी रहेगा. यहां पर किसान मछली लाएगा और अगर उसको उस दिन में मछली पर अच्छा रेट नहीं मिल रहा तो वह कोल्ड स्टोरेज का लाभ उठा सकता है. जब उसे मछली पर अच्छे रेट मिलने शुरू हो जाएंगे तो उसे वह अच्छे रेट पर बेच सकेगा. इस फिश मंडी के बनने से यहां मछली के आयात और निर्यात की संभावनाएं बढ़ेगी. लोगों के आय में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी होगी. यहां पर लोगों को समुद्री मछलियां भी उपलब्ध हो पाएगी.

अल्ट्रा फिश मार्केट का मॉडल
अल्ट्रा फिश मार्केट का मॉडल

मछली पालकों के लिए 100 दुकानें

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दरअसल पूर्वांचल में मछली का कारोबार तकरीबन 200 करोड़ रुपये सालना का है. चंदौली में इस अल्ट्रा मॉडर्न फिश मंडी के बन जाने के बाद इस कारोबार के और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में यहां से बड़े पैमाने पर मछली के निर्यात करने की भी योजना है. विदेशों में सबसे ज्यादा मांग वाली टेलीपिया किस्म की मछली का पैदावार करके यहां से एक्सपोर्ट किया जाएगा. इस बिल्डिंग में ऊर्जा के लिए 400 किलो वाट का सोलर पावर भी लगाया जाएगा. मछलियों की दुर्गंध न फैले, इसके लिए भी विशेष प्रबंध किया जाएगा. सॉलि़ड ओर लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का विशेष ख्याल रखा जाएगा.  यही नहीं व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा. इस बिल्डिंग में 100 दुकानें भी होंगी. जो मछली पालकों और मछली से जुड़े व्यवसायियों को दी जाएंगी.

बेहतर कनेक्टिविटी का मिलेगा फायदा

मत्स्य पालक अविनाश कुमार कहते हैं कि हम लोगों को इससे बहुत लाभ होगा. पहले मछली बेचने में भी दिक्कत आती थी. अब नजदीक में मछली मंडी मिल जाने से हम लोगों को ज्यादा फायदा होगा. बता दें कि कनेक्टिविटी के हिसाब से भी चंदौली एक अच्छी जगह है.एक तरफ जहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन जैसा बड़ा रेलवे स्टेशन है. वहीं, दूसरी तरफ 50 से 60 किलोमीटर की दूरी पर एयरपोर्ट भी मौजूद है. यहां से मछलियों को बाहर के राज्यो में भेजना आसान होगा.

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