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गायों में फैल रही है ये खतरनाक बीमारी, गुजरात में 1000 मवेशियों की मौत

Lumpy Skin Disease: गुजरात में 1000 गायों और भैंसों की मौत हो गई है. इसके पीछे वजह है एक भयानक बीमारी जो इस समय तेजी से फैल रही है. केंद्र सरकार ने जांच, रोकथाम और उपचार के लिए स्पेशल टीम भेजी है. पिछले तीन सालों में यह बीमारी देश के 22 राज्यों में दर्ज की जा चुकी है.

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गुजरात में 999 मवेशियों की मौत हो चुकी है. इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार ने दी है. (प्रतीकात्मक फोटोः विकिपीडिया)
गुजरात में 999 मवेशियों की मौत हो चुकी है. इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार ने दी है. (प्रतीकात्मक फोटोः विकिपीडिया)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केंद्र सरकार ने गुजरात-राजस्थान में भेजी टीम
  • देश के सभी राज्यों और UTs को किया अलर्ट

गुजरात में इस समय एक खतरनाक बीमारी की वजह से करीब 1000 गायों और भैंसों की मौत हो गई है. 33 हजार मवेशी इस बीमारी से संक्रमित हैं. इस बीमारी की जांच, रोकथाम और उपचार के लिए केंद्र सरकार ने गुजरात और राजस्थान में एक्सपर्ट्स की टीम भेजी है. इस बीमारी का नाम है लंपी स्किन डिजीज़ (Lumpy Skin Disease - LSD). हिंदी में इसे गांठदार त्वचा रोग या ढेलेदार त्वचा रोग कहते हैं. 

केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि सिर्फ गुजरात में 900 मवेशियों की मौत हो चुकी है. 33 हजार से ज्यादा मवेशी इस बीमारी से संक्रमित हैं. राजस्थान में भी यह बीमारी फैल रही है. केंद्र की एक टीम गुजरात में तैनात कर दी गई है, ताकि इस बीमारी की रोकथाम की जा सके. यह मवेशियों में होने वाली एक जानलेवा त्वचा रोग है. 

देश के सभी राज्यों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी

पुरुषोत्तम रुपाला ने बताया कि LSD से संक्रमित मवेशी को अन्य मवेशियों से अलग कर दिया जा रहा है. अन्य मवेशियों को वैक्सीन लगाई जा रही हैं. देश के सभी राज्यों को इस बीमारी के प्रति सचेत करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. पशुपालन एवं डेयरी सेक्रेटरी अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि यह बीमारी मवेशियों की त्वचा को प्रभावित करती है. यह बीमारी पिछले कुछ सालों में ही देश में आई है. इसे ठीक करने के जरूरी तरीके और दवाइयां हैं अपने पास. 

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गाय-भैंसों की त्वचा में बनने लगते हैं गांठ. खाना छूट जाता है, जिससे बाद में हो जाती है मौत. (प्रतीकात्मक फोटोः विकिपीडिया)
गाय-भैंसों की त्वचा में बनने लगते हैं गांठ. खाना छूट जाता है, जिससे बाद में हो जाती है मौत. (प्रतीकात्मक फोटोः विकिपीडिया)

मच्छर समेत अन्य कीट-पतंगे फैलाते हैं संक्रमण

गुजरात की सरकार ने रविवार यानी 24 जुलाई 2022 को बताया था कि उनके राज्य में 999 गाय और भैंस LSD की वजह से मारे जा चुके हैं. लंपी स्किन डिजीज़ (Lumpy Skin Disease - LSD) एक तरह की वायरल बीमारी है. जो मच्छरों, मक्खियों, कीटों और भुनगों से फैलती है. ये कीट-पतंगें सीधे तौर पर गायों के आसपास मंडराते हैं. ये उनके खाने और पीने को भी संक्रमित करते हैं. 

LSD होने पर मवेशियों को आता है बुखार

लंपी स्किन डिजीज़ (Lumpy Skin Disease - LSD) होने पर मवेशी को तेज बुखार, आंखों और नाक से पानी निकलना, मुंह से ज्यादा झाग निकलना, पूरे शरीर पर छोटे-छोटे गांठों का बनना दिखता है. दूध का उत्पादन कम हो जाता है. खाना कम कर देते हैं. इसकी वजह से धीरे-धीरे मवेशी की मौत हो जाती है. एनिमल हसबैंड्री और डेयरी विभाग इस बीमारी और मवेशियों की हालत पर बारीकी से नजर रख रही है. 

पहली बार 2019 में ओडिशा में दर्ज हुई थी बीमारी

लंपी स्किन डिजीज़ (Lumpy Skin Disease - LSD) पहली बार सितंबर 2019 में ओडिशा में दर्ज की गई थी. तब से लेकर अब तक यह 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिपोर्ट की गई है. ये हैं- छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मणिपुर, आंध्र प्रदेश, गोवा, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, राजस्थान और पंजाब.

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