उत्तर प्रदेश में इस साल बेहद कम बारिश हुई है. सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार 62 जिलों में सूखे जैसी स्थिति है. इसके चलते कई जगहों पर धान की फसल के सूखने और जमीनों में दरारें पड़ने की तस्वीरें भी सामने आई हैं. सिंचाई के लिए ट्यूबवेल का उपयोग भी बढ़ गया. अब योगी सरकार किसानों को दलहन-तिलहन और सब्जी के बीज भी मुफ्त में उपलब्ध करा रही है. फिलहाल किसानों को बीच फ्री बीज मिनिकिट के वितरण की शुरुआत भी कर दी गई है.
बिजली और राजस्व बिल स्थगित
इससे पहले सरकार ने सूखे से प्रभावित किसानों से बिजली बिल की वसूली को स्थगित कर दिया था. फिर उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्व वसूली भी स्थगित कर दी थी. प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने का फैसला लिया गया है. वहीं, सिंचाई विभाग को नहरों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है.
किसानों को 20 हजार सोलर पंप देने का फैसला
कम बारिश के चलते इस बार किसानों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को 20 हजार सोलर पंप देने का फैसला किया है. किसानों को ये सोलर पंप पहले आओ पहले पाओ के आधार किसानों को ये सोलर पंप दिए जाएंगे. यहीं नहीं ट्यूबवेल खराब होने की स्थिति में 36 घंटों के अंदर ठीक किया जाएगा.
आपदाओं से प्रभावित किसानों को भी राहत
सूखे और विभिन्न आपदाओं से जिन भी किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उनके लिए भी योगी सरकार ने राहत भरा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थियों को मेरी पॉलिसी मेरा हाथ का प्रमाण पत्र वितरण किया जा रहा है. इसके अलावा पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों को सोलर सिंचाई पंप का स्वीकृति पत्र दिए जा रहे हैं.
क्या है पीएम कुसुम योजना?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत किसान पंचायतों और सहकारी समितियों को सोलर पंप लेने पर 60 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. इसके अलावा सोलर पंप संयंत्र स्थापित करने के लिए सरकार से 30 प्रतिशत का लोन भी सस्ते दर पर उपलब्ध होता है. किसानों को इस प्रोजेक्ट का केवल 10 प्रतिशत खर्च करना होता है. इसका लाभ उठाकर किसान अपनी फसलों की सिंचाई की समस्या को हल कर सकता है. इसके अलावा आमदनी का अलग स्रोत भी विकसित कर सकता है.