दुनिया के देशों में अमेरिका के हस्तक्षेप और तख्तापलट के प्रयासों के पीछे डॉलर की ताकत को मुख्य वजह बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, "ये इस डॉलर का ही घमंड है जो अमेरिका के साथ चढ़कर नाचता है. ये सारी जंग, ये सारी दादागिरी, ये सारी हेकड़ी? और ये सुपरपॉवर का घमंड, सिर्फ तब तक जब तक इस डॉलर का रुतबा है, पर इतिहास गवाह है कि जब जब इस डॉलर के रुतबे को दुनिया के किसी भी देश ने कम करने की कोशिश की, उस देश को अमेरिका ने बर्बाद करके रख दिया."