रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी और विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी की संदिग्ध हालत में जेल में मौत हो गई है. नवलनी की मौत शुक्रवार को राजधानी मॉस्को से लगभग 1900 किलोमीटर दूर खारप की एक जेल में हुई है. 47 वर्षीय नवलनी उग्रवाद यानी extremism के आरोप में 20 साल की सजा काट रहे थे.
एलेक्सी नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनया ने सोमवार को एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि तीन दिन पहले व्लादिमीर पुतिन ने मेरे पति एलेक्सी नवलनी की हत्या कर दी है. एलेक्सी को मारकर पुतिन ने मेरा आधा हिस्सा, आधा दिल और आधी आत्मा को मार डाला है. लेकिन मेरा आधा शरीर अभी भी जीवित है. इस आधे शरीर से मैं एलेक्सी का काम जारी रखूंगी. मैं अपने देश के लिए लड़ाई जारी रखूंगी.
नवलनया ने अपने बयान में रूसी अधिकारियों पर नवलनी के शव को छिपाने का भी आरोप लगाया है ताकि नवलनी के शरीर से Novichok नर्व एजेंट के निशान को मिटाया जा सके. आइए जानते हैं कि क्या है नोविचोक नर्व एजेंट जहर जिससे नवलनी की हत्या करने का पुतिन पर आरोप लगा है.
क्या है नोविचोक (What is Novichok?)
अमेरिकी संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की शाखा नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, नोविचोक सोवियत संघ द्वारा शीत युद्ध के दौरान गुप्त रूप से बनाए गए नर्व एजेंटों के समूह का नाम है. इसे चौथी पीढ़ी के रासायनिक हथियार के रूप में जाना जाता था. यह एक ऑर्गनोफॉस्फोरस यौगिक है. अत्यधिक विषाक्तता के गुण के कारण नोविचोक जहर को लाइलाज माना जाता है.
नोविचोक एजेंट का रूसी अर्थ नवागंतुक (newcomer) है. इसे नर्व एजेंट के काल्पनिक समूह के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है. इनमें से कुछ को बाइनरी रासायनिक हथियारों के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है. इस जहर की खासियत यह है कि इसको ट्रेस करना बहुत ही कठिन है. इसे नाटो के रासायनिक पहचान उपकरण Chemical Detection Equipment के द्वारा भी नहीं ट्रेस किया जा सकता है.
कोल्ड वॉर के दौरान सोवियंत संघ ने किया था विकसित
नोविचोक नर्व एजेंट को 1970 और 1980 के दशक के दौरान विकसित किया गया था. इसे कोडनेम फोलिएंट के तहत विकसित किया गया था. इस एजेंट के बारे में खुलासा सबसे पहले रसायन वैज्ञानिक डॉ. विल मिर्जायानोव ने 1990 के दशक में रूसी मीडिया के माध्यम से किया था.
जिसके बाद अमेरिका के रक्षा अधिकारियों ने साल 1999 में पूर्व सोवियत संघ की सबसे बड़ी रासायनिक हथियार परीक्षण सुविधाओं में से एक को नष्ट करने के लिए उज्बेकिस्तान की यात्रा की थी.
नोविचोक जहर का इस्तेमाल अभी तक ज्ञात रूप से युद्ध में नहीं किया गया है. हालांकि, मार्च 2018 में ब्रिटेन के सैलिसबरी शहर में स्किरपाल और उनकी बेटी को निशाना बनाने के लिए इस जहर का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, दोनों इस जहर से बच गए थे. बाद में ब्रिटिश सरकार ने रूस पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए ब्रिटेन को दोषी ठहराया था.
कितना खतरनाक है Novichok?
यह जहर कितना खतरनाक है इसकी तुलना इससे किया जा सकता है कि यह अमेरिकी नर्व एजेंट हथियार VX की तुलना में लोगों को मारने में 10 गुना अधिक प्रभावी है. साल 2017 में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के सौतेले भाई को मारने में अमेरिकी नर्व एजेंट VX का ही इस्तेमाल किया गया था. नोविचोक नर्व एजेंट 1995 के टोक्यो सबवे हमले में इस्तेमाल की गई गैस सरीन से भी अधिक खतरनाक है.
कैसे काम करता है नोविचोक?
नोविचोक नर्व एजेंट तंत्रिकाओं और मांसपेशियों के बीच कम्यूनिकेशन को बाधित कर देता है. यह जहर इंसान पर उसी तरह काम करता है जैसे एक कीटनाशक का कॉकरोच पर असर होता है. इस जहर के देने के बाद इंसान को मरोड़, ऐंठन, हार्ट फेलियर या सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
यह जहर इतनी तेजी से काम करता है कि इंसान की मौत जहर देने के 30 सेकेंड से 2 मिनट के भीतर ही हो जाती है. यदि जहर की मात्रा कम हो तो मौत में देरी भी संभव है. लेकिन जहर की मात्रा जितनी कम होगी मौत उतनी ही दर्दनाक होगी.