अमेरिका की ट्रंप सरकार अपनी सेना के फैट जनरल्स के पीछे पड़ गई है और छंटनी की तैयारी के संकेत दे दिए हैं. मंगलवार को यूएस डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने कमांडर्स की एक बैठक में नए नियमों का ऐलान किया है. उन्होंने वर्जीनिया के क्वांटिको में आयोजित बैठक में फिटनेस पर जोर दिया और साफ कहा कि सेना में मोटे जनरल्स और एडमिरल्स का होना 'बिलकुल अस्वीकार्य' है. उन्होंने सभी फिटनेस परीक्षणों को सिर्फ पुरुष मानकों के आधार पर लागू किए जाने की घोषणा की. माना जा रहा है कि सरकार का ये कदम सेना में बड़ा बदलाव ला सकता है.
उन्होंने कहा, अगर आप मेरे शब्दों से असहज हैं तो सम्मानजनक तरीका यही है कि आप इस्तीफा दे दें. हेगसेथ ने पिछले नेताओं पर भी निशाना साधा और कहा कि पिछले वर्षों में सेना को गलत दिशा में ले जाया गया, जिसे उन्होंने 'वोक डिपार्टमेंट' कहा. उन्होंने आगे कहा, मैं जानता हूं कि आपमें से अधिकांश लोग इसके विपरीत सोचते हैं. ये शब्द आपके दिलों को भर देंगे. हेगसेथ ने अनफिट सैनिकों की आलोचना करते हुए कहा, पेंटागन के हॉल में मोटे जनरलों और एडमिरलों को देखना पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
उनका कहना था कि अब सभी फिटनेस मानक केवल पुरुषों के मानकों पर आधारित होंगे. साथ ही उन्होंने सख्त ग्रूमिंग नियमों को वापस लागू करने पर जोर दिया और कहा, अब गैर-पेशेवर दिखावट का युग समाप्त हो गया है. अब दाढ़ी वाले नहीं चलेंगे.
हेगसेथ ने हाल ही में कुछ उच्च रैंकिंग अधिकारियों को हटाने का बचाव किया, जिनमें ब्लैक जनरल और नेवी की शीर्ष महिला एडमिरल शामिल हैं. उन्होंने उनके नेतृत्व को एक टूटी हुई संस्कृति का हिस्सा बताया. उन्होंने भेदभाव और कदाचार की शिकायतों की जांच प्रणाली को पूरी तरह से बदलने का वादा किया. हेगसेथ ने कहा, यदि आज मैं जो शब्द बोल रहा हूं, वे आपके दिल को दुखा रहे हैं तो आपको सम्मानजनक काम करना चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए.
लुक और फिटनेस पर सख्ती
- सभी फिटनेस मानक अब केवल पुरुष मानकों पर आधारित होंगे.
- सख्त ग्रूमिंग नियम लागू होंगे. अब पेशेवर दिखावट का युग वापस आया है. अब दाढ़ी-गंजे लोग नहीं चलेंगे.
ट्रंप का समर्थन...
इसी बैठक में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी विविधता पहलों का विरोध किया और कहा कि सब कुछ मेरिट पर आधारित होना चाहिए. कोई राजनीतिक कारणों से पद पर नहीं रहेगा. हम राजनीतिक कारणों से किसी को आपकी जगह नहीं लेने देंगे. उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर आपको मेरे शब्द पसंद नहीं हैं तो आप कमरे से जा सकते हैं. जाहिर है, आपकी रैंक चली जाएगी और आपका भविष्य चला जाएगा.
ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिकी शहरों में नेशनल गार्ड्स की तैनाती पर भी टिप्पणी की. उन्होंने अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों की ताकत जैसे विषयों पर भी बात की. ट्रंप ने कहा, मैं आपके साथ हूं और राष्ट्रपति के रूप में आपका पूरा समर्थन करता हूं.
अमेरिकी रक्षा विभाग में बदलाव...
दरअसल, ट्रंप के पद संभालने के बाद पेंटागन में आठ महीने में भारी बदलाव हुए हैं. कई अधिकारियों की बर्खास्तगी हुई है. अकादमी की लाइब्रेरी से कुछ किताबों को हटाया गया है. वेनेज़ुएला के पास संदिग्ध ड्रग जहाजों पर मारक कार्रवाई की अनुमति भी दी गई. इतना ही नहीं, सितंबर में ट्रंप ने डिफेंस डिपार्टमेंट का नाम बदलकर 'Department of War' करने का आदेश दिया. इसके अलावा, नेशनल गार्ड को शिकागो और पोर्टलैंड में तैनात करने की योजना जारी है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अंदर से 'घुसपैठ की समस्या' का सामना कर रहा है, जो बाहरी दुश्मन से भी कठिन है.