अमेरिका के एक शीर्ष सीनेटर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के कबायली इलाकों में आतंकियों की पनाहगाहें और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने में इस्लामाबाद की अनिच्छा क्षेत्र में अमेरिका के लिए अहम चुनौती है.
सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने कहा, ‘अपनी कई बैठकों में मैंने हक्कानी का मुद्दा उठाया. हमने पाकिस्तान में आतंकवादियों की पनाहगाहों और उनसे निपटने के बारे में चर्चा की. पाकिस्तान की सोच में रणनीतिक बदलाव न होना और हक्कानी जैसे संगठनों से निपटना वास्तव में अहम चुनौती है.’
मेनेंडेज ने हाल ही में सीनेट की शक्तिशाली विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष के तौर पर जॉन केरी का स्थान लिया है और इस हैसियत से वह अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान की अपनी पहली यात्रा के बाद वापस लौटे हैं.
पाकिस्तान में मेनेंडेज ने वहां के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी के साथ बैठकें की. मेनेंडेज ने कहा, ‘अफगान और पाकिस्तानी नहीं चाहते कि हम कब्जा करने वाले के तौर पर मौजूद रहें जिसकी हमारी कोई मंशा या इच्छा नहीं है. लेकिन साथ ही वे यह भी नहीं चाहते कि हम उन्हें छोड़े.’
इस बीच एक अन्य अमेरिकी सीनेटर ने पाकिस्तान को अमेरिकी सहायता में कटौती करने के किसी भी कदम का विरोध किया है और कहा है कि इससे इस्लामाबाद वाशिंगटन से और अलग होगा.