हमास ने शनिवार को सीजफायर समझौते के तहत छह इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया. इन छह लोगों में तीन इजरायली पुरुष शामिल हैं, जिन्हें आतंकियों ने नोवा संगती संगीत समारोह से बंधक बनाया था. शनिवार को रिहा हुए बंधकों में से एक ओमर शेम टोव ने मंच पर जाकर हमास के लड़ाकों का माथा चूमा और मंच से भीड़ को फ्लाइंग किस भी दिया. वहीं, घर लौटे बंधक ने दावा किया है कि उन्हें ऐसा करने के लिए आतंकियों ने कहा था.
डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, घर वापस आने के बाद ओमर शेम टोव ने दावा किया कि उसने बंधक बनाने वालों के दबाव में आकर उन्हें चूमा था और उसे ऐसा करने के लिए कहा गया था. शेम टोव के पिता ने कहा कि बंधक बनाने वालों ने उन्हें अपने बगल में खड़े नकाबपोश गार्ड को सिर के ऊपर हाथ हिलाने और चूमने के लिए मजबूर किया.
'आतंकियों ने बताया क्या करना है'
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार उन्होंने कान टीवी से कहा, उन्हें बताया गया था कि उन्हें क्या करना है. आप फुटेज में देख सकते हैं कि कोई उसके पास आया और उसने बताया कि क्या करना है. वह 500 ज्यादा दिनों बाद हमास के चंगुल से रिहा हुआ है.
शेम की रिहाई 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमास के नेतृत्व में समन्वित आतंकवादी हमलों के एक वर्ष बाद हुई है, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोगों को अगवा कर गाजा में बंदी बना लिया गया था. शेम और दो अन्य लोगों को इजरायल के नेगेव रेगिस्तान में नोवा संगीत समारोह के दौरान बंधक बना लिया गया था.
इजरायल ने छोड़े 602 फिलिस्तीनी कैदी
आपको बता दें कि इन बंधकों के बदले इजरायल ने 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है. इससे पहले गुरुवार को चार इजरायली बंधकों के शव हमास ने रेड क्रॉस को सौंपे थे. ये पहली बार था जब हमास ने युद्ध विराम के बीच बंधकों के शव लौटाए. इजरायल ने स्पष्ट किया है कि जब तक डीएनए जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वो आधिकारिक रूप से उनकी पहचान की पुष्टि नहीं करेगा. इनमें एक महिला शिरी बिबास और उनके दो छोटे बच्चे शामिल थे. उन्हें अक्टूबर 2023 में हमास ने अगवा कर लिया था.