पेरिस के एक मशहूर मोम के पुतलों के म्यूजियम से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के मोम के पुतले को चोरी कर लिया गया है. पुलिस के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चोरी करने वाले कई लोग खुद को ग्रीनपीस पर्यावरण कार्यकर्ता बताते हुए इस चोरी को अंजाम दिया.
लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो महिलाएं और एक पुरुष ग्रेविन म्यूजियम में पर्यटकों का भेष बना कर घुसे. ये लोग बिना किसी शक के म्यूजियम के अंदर पहुंचे और फिर एमरजेंसी द्वार के रास्ते बाहर निकल गए. पुलिस ने बताया कि वेघटनाक्रम की जांच कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: 'ध्यान रखें कि दरवाजा बंद रहे...', पत्नी के साथ वीडियो वायरल होने पर मैक्रों को ट्रंप ने दी सलाह
उद्योग, राजनीति, और सांस्कृतिक हस्तियों के बने हैं मोम के पुतले
ग्रेविन म्यूजियम पेरिस का एक प्रमुख आकर्षण स्थल है जहां उद्योग, राजनीति, और सांस्कृतिक हस्तियों के मोम के जीवंत पुतलों को प्रदर्शित किया जाता है. राष्ट्रपति मैक्रों का यह मोम का पुतला भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय था.
आरोपियों ने खुद को बताया ग्रीनपीस कार्यकर्ता
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के पीछे पर्यावरण संरक्षण का कोई नारा हो सकता है, क्योंकि आरोपियों ने खुद को ग्रीनपीस कार्यकर्ता बताया.
ग्रीनपीस एक अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण संगठन है जो पर्यावरण सुरक्षा के मुद्दों पर सक्रिय रहता है. फिलहाल, अभी तक इस घटना से जुड़े लोगों को पकड़ने या उनसे पूछताछ करने की जानकारी सामने नहीं आई है.
रॉयटर्स रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीनपीस कार्यकर्ताओं ने बिना अनुमति के ग्रेविन म्यूजियम से फ्रांसीसी राष्ट्रपति का मोम का पुतला बिना इजाजत ले गए. उन्होंने यूक्रेन में युद्ध के बावजूद रूस के साथ फ्रांस के जारी कॉमर्शियल रिलेशन की निंदा करने के लिए पेरिस में रूसी दूतावास के सामने इसे स्थापित किया.