बडबोले बिलावल भुट्टो की गलतबयानी को एक पत्रकार ने तुरंत फैक्ट चेक कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा.वे बंगले झांकने लगे. बिलावल भुट्टो अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बिना सबूत, बिना तथ्यों के कहा कि भारत में मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. उनकी निगेटिव छवि बनाई जा रही है.
भुट्टो इस वक्त पाकिस्तान की कूटनीतिक टीम को लीड कर रहे हैं. ये टीम अभी अमेरिका में है और ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया के सामने पाकिस्तान का पक्ष रख रही है.
बिलावल भुट्टो कल अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान भुट्टो ने भारत पर यह आरोप लगाया कि पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, का राजनीतिकरण भारतीय मुसलमानों को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है.
इस दौरान एक पत्रकार ने बिलावल भुट्टो द्वारा भारत के मुसलमानों लेकर एक जनरल स्टेटमेंट दिए जाने पर अपनी राय दी और इसके गलत करार दिया. इस पत्रकार ने अपने निजी अनुभवों के आधार पर कहा कि उन्होंने भारत में सेना के मुस्लिम अफसरों को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए देखा. इस पत्रकार ने कहा कि भारत में एक मुस्लिम अफसर ही ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दे रही थी.
बता दें कि 7 मई को कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी थी. उनके साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी मौजूद थीं.
So Bilawal Bhutto sits silently while a foreign Muslim journalist shuts down his propaganda- by reminding the world that India’s Operation Sindoor is led by a Muslim officer.
— Mariam Solaimankhil (@Mariamistan) June 3, 2025
Meanwhile, in Pakistan, MUSLIM Pashtuns and Baloch are labeled kafir and “deserving of death” for… pic.twitter.com/eDDDVhLBJF
इस पत्रकार ने यूएन ऑफिस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री रह चुके बिलावल भुट्टो से कहा कि, 'आपने आज ही बयान दिया है कि हाल में ही कश्मीर में हुए आतंकी हमले का इस्तमाल राजनीतिक टूल के तौर पर किया जा रहा है ताकि भारतीय मुसलमानों को खलनायक के तौर पर पेश किया जा सके.'
इस पत्रकार ने आगे कहा, "सर मैंने दोनों तरफ के ब्रीफिंग देखे हैं, और जहां तक मुझे याद है भारत के मुस्लिम मिलिट्री ऑफिसर्स प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे..."
इस पत्रकार की बातें सुनकर बिलावल इतने विचलित हुए कि उन्होंने उस पत्रकार को उनका सवाल भी पूरा नहीं करने दिया और बीच में ही टोक दिया.
अपना झूठ पकड़े जाने के बाद बिलावल ने तुरंत कहा, " जहां तक इस ऑपरेशन का सवाल है तो आप पूरी तरह से सच बोल रहे हैं."
ये पत्रकार ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया कुरैशी द्वारा आयोजित मीडिया ब्रीफिंग का जिक्र कर रहे थे. कर्नल सोफिया कुरैशी एक अन्य महिला अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ देश भर में चर्चा का विषय बन गईं थीं.
हालांकि झूठ पकने जाने के बाद बिलावल भुट्टो पूरी तरह से झेंप गए और अपनी बात को सच साबित करने के लिए इस मुद्दे पर फिर से बोलने लगे.
बिलावल भुट्टो ने कहा, "सामान्य तौर पर आतंकवाद को भारत अपने क्षेत्र में मुसलमानों को निगेटिव रूप में पेश करने के लिए इस्तेमाल करता है. इसे में सिर्फ इस अटैक तक सीमित नहीं कर रहा हूं, लेकिन भारत का राजनीतिक वातावरण ऐसा हो गया है कि आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल मुसलमानों के खिलाफ भावनाएं भड़काने के लिए किया जाता है, वैसे कश्मीरियों को जो भारत की नीति से सहमत नहीं होते हैं उन्हें गलत रूप में पेश किया जाता है."
बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया गया. इस हमले के बाद चार दिनों तक भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को दोनों परमाणु-संपन्न पड़ोसियों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के साथ समाप्त हुई.
भारत ने कहा है कि सेना के भीषण जवाबी हमले ने पाकिस्तान को सीजफायर करने पर मजबूर किया.