scorecardresearch
 

यूनुस ने पहले किया इस्तीफा देने का ढोंग और अब समर्थक कर रहे बिना चुनाव पांच साल सत्ता देने मांग

बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अभी खबर आई कि मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देने की सोच रहे हैं और फिर ऐसी खबर आ रही है कि उनके समर्थक बिना चुनाव उन्हें अगले पांच सालों तक सत्ता में बनाए रखने के लिए रैली करने जा रहे हैं.

Advertisement
X
यूनुस के समर्थक उन्हें सत्ता में बनाए रखने की मांग कर रहे हैं (Photo- Reuters)
यूनुस के समर्थक उन्हें सत्ता में बनाए रखने की मांग कर रहे हैं (Photo- Reuters)

बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच देश की अंतरिम सरकार मोहम्मद यूनुस के समर्थकों ने उनके समर्थन में एक मार्च की घोषणा की है. शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद उनके समर्थक 'March For Yunus' नाम से रैलियां करेंगे जिसमें यूनुस को बिना चुनाव सत्ता में बनाए रखने की मांग की जाएगी.

यूनुस के समर्थकों ने बांग्लादेश के आम लोगों से कहा है कि वो रैली का हिस्सा बने और दो नारों के साथ यूनुस के प्रति अपना समर्थन जताए. रैली में यूनुस को आने वाले पांच सालों तक सत्ता में बनाए रखने की मांग की जाएगी.

लोगों से 'यूनुस को अगले पांच सालों तक सत्ता में रहने दो' (Keep Yunus in Power for Five Years) और 'सुधार पहले, चुनाव बाद में' (Reforms First, Election Later) के नारा लगाने के लिए कहा गया है.

पहले रचा इस्तीफा देने का ढोंग...

इससे पहले यूनुस ने लोगों की सहानुभूति बटोरने के लिए इस्तीफा देने का ढोंग रचा. गुरुवार को ढाका में एडवाइजरी काउंसिल की बैठक में उन्होंने देश के हालात पर नाराजगी जताई और कहा कि ऐसे हालात में उनका राजनीतिक पार्टियों के साथ काम करना मुश्किल होता जा रहा है.

Advertisement

इसके बाद छात्र नेता और नेशनल सिटिजन पार्टी के प्रमुख नाहिद इस्लाम ने कहा कि 'हम सुबह से यूनुस सर के इस्तीफे की खबर सुन रहे हैं. इसलिए मैं उनसे इस मामले पर चर्चा करने के लिए गया था. उन्होंने कहा कि वो इस्तीफा देने के बारे में सोच रहे हैं. वो बंधक जैसा महसूस कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें लगता है कि मौजूदा स्थिति में वो काम नहीं कर सकते हैं.'

नाहिद का कहना है कि अगर यूनुस को समर्थन नहीं मिलेगा तो उनका पद पर बने रहने का कोई तर्क नहीं है. अगर राजनीतिक पार्टी चाहती है कि वो इस्तीफा दें तो वो क्यों रुकेंगे.

नाहिद के इस बयान के बाद ही यूनुस के समर्थन में रैली का आयोजन किया जा रहा है.

यूनुस और सेना में ठनी

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार और सेना में ठनी हुई है. बुधवार को ही सेना प्रमुख वकार-उज-जमां ने यूनुस से कहा है कि वो शीघ्र चुनाव कराएं, सैन्य मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करें और प्रस्तावित रखाइन कॉरिडोर जैसे प्रमुख मुद्दों की जानकारी सेना को देते रहें.

बुधवार को ढाका के सेनाप्रंगन में तीनों सेना के सेना दरबार में जनरल वकार ने घोषणा की कि अंतरिम सरकार को इस साल दिसंबर तक राष्ट्रीय चुनाव कराने होंगे. इस दौरान जनरल वकार ने चटगांव से रखाइन कॉरिडोर तक का मुद्दा उठाया जिसे यूनुस म्यांमार में मानवीय आपूर्ति पहुंचाने के लिए बनाना चाहते थे. लेकिन माना जा रहा है कि रखाइन कॉरिडोर का इस्तेमाल अमेरिका म्यांमार के विद्रोही समूहों को सैन्य आपूर्ति भेजने के लिए कर सकता है. सेना इसके सख्त खिलाफ है.

Advertisement

जनरल वकार ने इसे "खूनी गलियारा" कहकर साफ कर दिया कि वो बांग्लादेश को म्यांमार के गृहयुद्ध में घसीटने के सख्त खिलाफ हैं. इस गलियारे के लिए पैरवी कर रहे वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिकों ने इस सप्ताह जनरल से मुलाकात की, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना विचार नहीं बदला है.

यूनुस अमेरिका को खुश करने के लिए कॉरिडोर प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा करना उन्हें बिना निर्वाचित हुए देश चलाने में मदद कर सकता है. बांग्लादेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों, अवामी लीग और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी, साथ ही वामपंथी पार्टियों ने भी रखाइन कॉरिडोर का विरोध किया है. ऐसी स्थिति में यूनुस अपने समर्थकों के जरिए आम लोगों को अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement