तुर्की में सोमवार को आए भूकंप ने सीरिया में भी भारी तबाही मचाई है. सीरिया में अब तक 2100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 1,444 लोगों की मौत सरकार द्वारा नियंत्रित इलाके में हुई. जबकि विद्रोहियों के कब्जे वाले सीरियाई क्षेत्र में 733 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. सीरिया में भूकंप से सैकड़ों इमारतें भी तबाह हो गईं. इस दौरान उत्तर पश्चिमी सीरिया की एक जेल की भी दीवार गिर गईं. इसके बाद जेल में कैदियों ने विद्रोह कर दिया. बताया जा रहा है कि भूकंप का फायदा उठाकर IS के 20 आतंकी फरार हो गए.
तुर्की सीमा के पास राजो में जेल में करीब 2000 कैदी बंद हैं. इनमें से लगभग 1,300 IS आतंकी हैं. जेल में कुर्द लड़ाके भी हैं. इस जेल पर तुर्की समर्थक गुट का नियंत्रण है. तुर्की में आए भूकंप का असर राजो पर भी हुआ. जेल की दीवारें गिर गईं. इसके बाद यहां जेल में बंद कैदियों ने विद्रोह शुरू कर दिया और जेल के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया.
समाचार एजेंसी AFP ने जेल के अधिकारी के हवाले से बताया कि 20 IS आतंकी इस दौरान भागने में सफल रहे. इससे पहले दिसंबर में IS ने रक्का में एक सिक्योरिटी कॉम्प्लेक्स पर हमला किया था. यह हमला जेल में बंद IS आतंकियों को छुड़ाने के लिए किया गया था. इस हमले को नाकाम करने में 6 कुर्द लड़ाके मारे गए थे. सीरिया में 2011 से गृह युद्ध चल रहा है. इनमें करीब 5 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. सीरिया की आधी आबादी को अपना घर छोड़ना पड़ा है. इनमें से कई ने तुर्की में शरण ले रखी है.
2016 में खराब हुए तुर्की और IS के रिश्ते
तुर्की पहले इस्लामिक स्टेट का मददगार माना जाता था. तुर्की सीरिया के कुर्द लड़ाकों को अपना बड़ा दुश्मन मानता है और उनके खिलाफ उसने कई हमले भी किए हैं. इस्लामिक स्टेट कुर्द लड़ाकों के खिलाफ लड़ रहा था जिसे देखते हुए तुर्की ने इस्लामिक स्टेट के लिए अपनी सीमा पर ज्यादा सख्ती नहीं दिखाई. उस दौरान तुर्की इस्लामिक स्टेट को आतंकवादी संगठन कहने से भी बचता था. तुर्की के पूर्व राष्ट्रपति अहमत दावुतोग्लू ने इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों को आतंकवादी कहने से इनकार करते हुए कहा था, 'इस्लामिक स्टेट निराश युवा बच्चों का एक समूह है.'
साल 2016 में इस्लामिक स्टेट और तुर्की के रिश्ते खराब होने शुरू हुए जिसके बाद तुर्की ने इस्लामिक स्टेट पर नकेल कसनी शुरू की थी. हालांकि, अब भी तुर्की के इन शहरों से इस्लामिक स्टेट से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया जाता रहा है. लेकिन अब इस इलाके का अधिकांश हिस्सा भूकंप में तबाह हो गया है.
भूकंप से तुर्की और सीरिया में भारी तबाही
तुर्की में सोमवार सुबह 04:17 बजे भूकंप आया था. इसकी गहराई जमीन से 17.9 किलोमीटर अंदर थी. भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था. यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर स्थित है. ऐसे में सीरिया के कई शहरों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए. यह तुर्की में 100 साल में सबसे तीव्रता वाला भूकंप बताया जा रहा है. अब तक दोनों देशों में करीब 4000 लोग भूकंप से अपनी जान गंवा चुके हैं. भूकंप के चलते कंपन इतना तेज था कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं. तुर्की प्रशासन का कहना है कि अभी तक 5606 इमारतें गिर चुकी हैं. तबाही का यही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला है.