कोलकाता के आरजी कर अस्पताल कांड की पीड़िता के माता-पिता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उनसे मुलाकात की मांग की है. पत्र में लिखा गया है कि वे अमित शाह से मुलाकात करना चाहते हैं. उन्होंने लिखा कि वे दोनों काफी मानसिक दबाव में हैं और असहाय महसूस कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता के माता-पिता गृह मंत्री से मुलाकात कर उनसे मामले की त्वरित और प्रभावी जांच की गुहार लगाना चाहते हैं ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजा जा सके और उनकी बेटी को न्याय मिल सके.
गृह मंत्री को भेजा ई-मेल
जानकारी के मुताबिक मृतक डॉक्टर के पिता ने मंगलवार सुबह अमित शाह को एक ईमेल भेजा जिसमें उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की और गृह मंत्री से मिलने का अनुरोध किया. आरजी कर मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में उबाल है. जूनियर डॉक्टर पीड़िता के लिए न्याय समेत कई मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
सीबीआई कर रही मामले की जांच
13 अगस्त को कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस घटना की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था. जांच शुरू करने के बाद सीबीआई ने संजय रॉय को अपनी हिरासत में ले लिया लेकिन अभी तक जांच एजेंसी को इस मामले में कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक, अब पीड़िता के माता-पिता इस मामले की जल्द जांच और पारदर्शिता चाहते हैं.
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था. उसकी रेप के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हो चुकी है. इस बर्बर घटना के बाद से ही जूनियर डॉक्टर अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग पर अड़ गए थे और 10 अगस्त से कामकाज का बहिष्कार कर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
कोलकाता पुलिस ने महिला ट्रेनी डॉक्टर रेप और हत्या मामले में संजय रॉय नाम के एक सिविल वॉलंटियर को गिरफ्तार किया है, जो कि इस मामले का मुख्य आरोपी है. इस मामले में सीबीआई संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट करा चुकी है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी कई दौर की पूछताछ की है.
सीबीआई संदीप घोष, संजय रॉय और उसके एक करीबी सहयोगी और आरजी कर के 4 मेडिकल छात्रों से इस मामले में पूछताछ कर रही है, जो 8-9 अगस्त की रात को अस्पताल में ड्यूटी पर थे. कोलकाता हाई कोर्ट के निर्देश के बाद इस केस की जांच सीबीआई ने अपने हाथों में ली ली है.