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कौन था सिराज अहमद जिसके एनकाउंटर में मारे जाने पर सुल्तानपुर के इस मुस्लिम परिवार ने बांटी मिठाई, CM योगी को कहा- थैंक्यू

यूपी एसटीएफ ने सहारनपुर के गंगोह में एक लाख के इनामी बदमाश सिराज अहमद को मुठभेड़ में मार गिराया. सुल्तानपुर के अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या के बाद से फरार चल रहे सिराज पर 30 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. आरोपी की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने मिठाई बांटकर खुशी जताई.

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यूपी STF ने सिराज अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया (Photo- ITG)
यूपी STF ने सिराज अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया (Photo- ITG)

यूपी एसटीएफ ने शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात सहारनपुर जिले के गंगोह थाना क्षेत्र में एक लाख रुपये के इनामी अपराधी सिराज अहमद को मुठभेड़ में मार गिराया. सुल्तानपुर का रहने वाला सिराज अगस्त 2023 में अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी और वांछित था. पुलिस की घेराबंदी के दौरान अपराधी ने फायरिंग शुरू की, जिसके जवाब में एसटीएफ ने गोली चलाई और घायल सिराज की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मुख्तार अंसारी गैंग के इस सक्रिय सदस्य की तलाश काफी समय से की जा रही थी.

परिजनों ने मिठाई बांटकर जताया आभार

जैसे ही सुल्तानपुर में अधिवक्ता आजाद अहमद के परिजनों को सिराज के एनकाउंटर की खबर मिली, घर में खुशी का माहौल छा गया. परिजनों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया. आजाद के पिता ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाई थी. परिवार का कहना है कि वे लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे, हालांकि उन्होंने अभी भी छिपे हुए अन्य अपराधियों पर कार्रवाई की मांग की है.

मामूली विवाद में हुई थी वकील की हत्या

यह पूरा मामला 6 अगस्त 2023 का है, जब जिला न्यायालय के अधिवक्ता आजाद अहमद की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसी दिन आजाद पिता बने थे और अपने भाई मुनव्वर को यह खुशखबरी देने घर पहुंचे थे. वहां सिराज अहमद के साथ उनकी अनबन हुई और विवाद इतना बढ़ा कि सिराज ने दोनों भाइयों पर गोलियां चला दीं. इस हमले में आजाद की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि मुनव्वर गंभीर रूप से घायल हुए थे.

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मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी से था कनेक्शन

सिराज अहमद सुल्तानपुर पुलिस के रिकॉर्ड में D68 गैंग का सक्रिय सदस्य था. जेल में रहने के दौरान उसकी मुलाकात मुन्ना बजरंगी से हुई थी, जिसके जरिए वह मुख्तार अंसारी के नेटवर्क का हिस्सा बना. सिराज पर हत्या, हत्या के प्रयास और रासुका जैसे करीब 30 गंभीर मामले दर्ज थे. प्रशासन पूर्व में उसकी करोड़ों की अवैध संपत्ति और गाड़ियों को कुर्क कर चुका था और उसके घर पर बुलडोजर भी चलाया गया था.

राजनीतिक संरक्षण और बरामदगी

बताया जाता है कि सिराज अहमद समाजवादी पार्टी की राजनीति से जुड़ा था और हाल के दिनों में उसे कुछ बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त था. वह अक्सर नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें साझा करता था. एनकाउंटर के बाद एसटीएफ ने मौके से एक मोटरसाइकिल, दो पिस्टल (30 और 32 बोर), भारी मात्रा में कारतूस, चार मोबाइल फोन, दो वाई-फाई डोंगल और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं. एसपी सुल्तानपुर के अनुसार, अब उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है.

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