उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद ने अपने भाई अशरफ, बेटे असद और हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को कोड नेम दिया हुआ था और सभी को आईफोन दिलवाए गए थे. खुद अतीक़ के पास जेल में तीन आईफोन थे. सभी आरोपी फेस टाइम पर कोड नेम से ID बनाकर बात कर रहे थे.
आजतक के हाथ डायरी का वो पन्ना लगा है, जो अतीक़ के घर से बरामद हुआ था. इसमें सबका कोड नेम लिखा हुआ है. BADE-006 - ये फेस टाइम ID और कोड नेम अतीक अहमद का था. CHOTE-007- ये कोड नेम अशरफ का था. Ansh_yadav00 - ये कोड नेम अतीक के बेटे असद का था. मशहूर जासूसी कैरेक्टर जेम्स बॉन्ड की तरह अशरफ ने अपना कोड नेम 007 रखा था.
XYZZ1122 - ये कोड नेम उमेश पाल की रेकी करने वाले आरोपी नियाज़ का था. Bihar Tower - ये कोड नेम शूटर अरमान का था. Advo010 - ये कोड नेम अतीक के तथाकथित वकील खान सौलत हनीफ का था. Patle- 009 ये कोड नेम अतीक के जेल में बंद बेटे अली का था.
यानी ये साफ है की उमेश पाल हत्याकांड के दौरान अली भी बाकी आरोपियों के साथ संपर्क में था. सभी आरोपी आईफोन के फेस पर इसी कोड नेम ID का इस्तेमाल कर एक दूसरे से हत्याकांड के पहले और हत्याकांड के बाद बातचीत कर रहे थे. अतीक ने हत्याकांड के तुरंत बाद अपने फोन से घर फोन करके मुबारकबाद दी थी.
हत्या के बाद अतीक ने नियाज को किया था कॉल
अतीक अहमद साबरमती जेल में आईफोन का इस्तेमाल कर रहा था और उसका कोड नेम - BADE006 था. 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक ने फेस टाइम कोड नेम BADE006 से प्रयागराज में मौजूद नियाज़ को कई बार कॉल किया. अतीक ने नियाज़ को शाम 5 बजे फिर 6:31 मिनट फिर 6:32 और फिर 6 बजकर 59 मिनट पर कॉल किया.
आखिरकार अतीक ((BADE006)) की नियाज़ से बातचीत होती है-
अतीक- हेलो, क्या उमेश पाल हमले में मारा गया या उसकी जान बच गई?
नियाज़ (XYZZ1122))- जी भाई जान उमेश पाल हमले में मारा जा चुका है
अतीक- बहुत बढ़िया काम हुआ
अशरफ ने भी नियाज से की थी बात
अतीक की तरह ही बरेली जेल में मौजूद अशरफ आईफोन का इस्तेमाल कर रहा था. अशरफ का कोड नेम था- CHOTE007. 24 फरवरी को अशरफ (chote007 ) ने भी प्रयागराज में मौजूद नियाज़ को कई कॉल किया. अशरफ ने नियाज़ को 4:58 फिर 4:59 पर कॉल किया और उसकी नियाज़ से 6 बजकर 59 मिनट पर बातचीत होती है.
अशरफ ((Chote007))- उमेश पाल की मौत हुई या नहीं?
नियाज़- जी भाई जान मर गया
आजतक bade-006 (अतीक) और Chote007 (अशरफ) की नियाज़ को की गई कॉल की न सिर्फ पूरी डिटेल्स है बल्कि नियाज़ को की गई कॉल का मोबाइल स्क्रीन शॉट भी मौजूद है. नियाज़ के मोबाइल में Ansh_yadav00 नाम का ये कोड जो दिखाई दे रहा है, वो ये असद का कोड नेम था.
66 दिन बाद भी पकड़ से बाहर:
उमेश हत्याकांड में 66 दिन बाद भी आरोपी बमबाज गुड्डू मुस्लिम यूपी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. वह लगातार अपनी लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा है. जब तक पुलिस उसके ठिकाने पर पहुंचती है, वह उस राज्य को छोड़कर दूसरे में पहुंच जाता है. सूत्रों के मुताबिक, गुड्डू अब तक 8 राज्यों में शरण ले चुका है. वह अपना नाम और भेष बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा है. इतना ही नहीं वह पुलिस से बचने के लिए दूसरे राज्यों में माफियाओं से अपने संपर्क का इस्तेमाल कर रहा है.
दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या हुई थी. इस हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. इसमें देखा गया था कि गुड्डू मुस्लिम ने उमेश और उसके गनर्स पर बम से हमला किया था. इसके बाद वह फरार हो गया. उमेश पाल हत्याकांड में 7 में से 4 शूटर मारे जा चुके हैं. लेकिन गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं.
प्रेमिका को भेजा संदेश:
गुड्डू मुस्लिम ने अपनी प्रेमिका को खास संदेश भेजा था. उसने कहा, 'चिंता मत करो... मैं ठीक हूं... सब ठीक होगा.' गुड्डू मुस्लिम अपनी प्रेमिका के पास खास व्यक्ति के जरिए संदेश भिजवाया है, जिसके बाद से प्रेमिका फरार है. अब पुलिस की रडार पर चांदनी नाम की एक महिला है. पुलिस को भरोसा है कि अगर चांदनी का कुछ पता चलता है तो गुड्डू मुस्लिम के एक-एक राज सामने आ जाएंगे. आप सोच रहे होंगे कि कौन है चांदनी?
'चिंता मत करो... मैं ठीक हूं'
चांदनी को गुड्डू मुस्लिम की प्रेमिका बताया जा रहा है. वारदात के बाद गुड्डू मुस्लिम ने चांदनी को खास संदेश भेजा. गुड्डू मुस्लिम संदेश भेजवाया कि चिंता मत करो... मैं ठीक हूं. गुड्डू ने चांदनी तक एक खास दूत के जरिए संदेश भिजवाया. जब तक पुलिस चांदनी के घर तक पहुंचती वो फरार हो चुकी थी. चांदनी का घर प्रयागराज के शाहगंज में है. उसका पति भी अतीक गैंग के लिए काम करता था और बम बनाने में माहिर था. गुड्डू मुस्लिम से उसकी दोस्ती हो गई और घर आने-जाने लगा. इस बीच चांदनी के साथ उसका प्रेम प्रसंग शुरु हो गया. गुडडू मुस्लिम और चांदनी का घर तंग गलियों के बीच आसपास ही है.