
अमेरिका के प्रेसिडेंट ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है, जिससे भारतीय व्यापार पर खतरा मंडरा रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित मेंथा उद्योग इस फैसले से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यहां का सालाना कारोबार 1000 करोड़ रुपए का है, जिसका बड़ा हिस्सा अमेरिका की कोलगेट जैसी कंपनियों से जुड़ा है.
इस टैरिफ के बाद, भारतीय कंपनियां अब अमेरिका के बाजार में चीन और अन्य देशों से मुकाबला नहीं कर पा रही हैं. इस वजह से अकेले रामपुर जिले के मेंथा उद्योग को 400 करोड़ से अधिक का नुकसान होने की आशंका है.
मेंथा कारोबारी अमृत कपूर ने बताया कि इस टैरिफ से सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ेगा. 10 लाख से ज्यादा किसान मेंथा की खेती से जुड़े हैं, और अब उन्हें अपनी लागत भी नहीं मिल पाएगी.
उन्होंने कहा कि मेंथा उद्योग पहले से ही सिंथेटिक मेंथॉल से जूझ रहा था, और अब अमेरिका के इस फैसले से हालात और खराब हो गए हैं. अमृत कपूर ने बताया कि उनके यहां करीब 1200 लोग काम करते हैं, लेकिन अगर यही हालात रहे तो आने वाले समय में मजदूरों की संख्या में कटौती करनी पड़ सकती है.

सरकार से राहत पैकेज की उम्मीद
इंडियन इंडस्ट्रीज फेडरेशन के रामपुर चैप्टर के अध्यक्ष शिरीष गुप्ता ने इस कदम को अमेरिकी दबाव की रणनीति बताया. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे उद्योगों के लिए योजनाएं बनानी चाहिए ताकि वे बंद न हों और लोगों का रोजगार खतरे में न पड़े. अमृत कपूर ने भी सरकार से राहत पैकेज की मांग की.
उन्होंने कहा कि हमें 'अमेरिका राहत पैकेज' मिलना चाहिए, जिससे हम ट्रंप की नीतियों से मुकाबला कर सकें. उनका कहना है कि इस टैरिफ के कारण कुछ ऑर्डर रोक दिए गए हैं, तो कुछ रद्द हो गए हैं.