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नोएडा प्रॉपर्टी घोटाले में ED का एक्शन, 26 करोड़ की संपत्ति जब्त... कई शेयर और दस्तावेज भी बरामद

ईडी के अनुसार अनिल मिठास और अन्य ने 2011 से 2019 के बीच नोएडा के सेक्टर 119 में स्थित अपनी परियोजना 'Unnati- The Aranya' के लिए घर खरीदारों से मोटी रकम वसूली और साथ ही वित्तीय संस्थानों से ऋण लिया. लेकिन इन पैसों में से करीब 126.3 करोड़ रुपए की रकम को फर्जी निवेश, डिबेंचर, लोन और एडवांस के नाम पर अन्य कंपनियों में डायवर्ट कर दिया गया.

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 ED ने नोएडा प्रॉपर्टी घोटाले में बड़ा एक्शन लिया है
ED ने नोएडा प्रॉपर्टी घोटाले में बड़ा एक्शन लिया है

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोएडा के बहुचर्चित प्रॉपर्टी घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब ₹25.94 करोड़ की संपत्ति और शेयर जब्त किए हैं. ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत की गई है, दरअसल, रियल एस्टेट कंपनी उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग लिमिडेट (UFHL) और उसके प्रमोटरों पर घर खरीदारों और वित्तीय संस्थानों से धोखाधड़ी करने का आरोप है.

ईडी ने इस मामले में मेरठ, नोएडा और दिल्ली स्थित 12 संपत्तियां जब्त की हैं. इसके अलावा एक प्रिफरेंस शेयर सर्टिफिकेट भी जब्त किया गया है. जांच उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है, जो भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत UFHL, इसके प्रमोटर अनिल मिठास, मधु मिठास और अन्य अधिकारियों के खिलाफ दर्ज की गई थी.

ईडी के अनुसार अनिल मिठास और अन्य ने 2011 से 2019 के बीच नोएडा के सेक्टर 119 में स्थित अपनी परियोजना 'Unnati- The Aranya' के लिए घर खरीदारों से मोटी रकम वसूली और साथ ही वित्तीय संस्थानों से ऋण लिया. लेकिन इन पैसों में से करीब 126.3 करोड़ रुपए की रकम को फर्जी निवेश, डिबेंचर, लोन और एडवांस के नाम पर अन्य कंपनियों में डायवर्ट कर दिया गया. इसकी वजह से प्रोजेक्ट अधूरे रह गए, ऋण चुकता नहीं हुआ और घर खरीदारों व बैंकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा.

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ईडी ने 16 अप्रैल 2025 को अनिल मिठास को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. अगले ही दिन यानी 17 अप्रैल को एजेंसी ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए गए थे.

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