लखनऊ के गोमतीनगर में रहने वाले तीन साल के कार्तिक के साथ शनिवार शाम एक भयानक हादसा हो गया. तीसरी मंजिल की छत पर खेलते समय वह अचानक नीचे गिर गया. नीचे लगी लोहे की नुकीली रेलिंग उसके सिर और कंधे में घुस गई. परिवार ने उम्मीदें छोड़ दी थीं, लेकिन KGMU के डॉक्टरों ने एक जटिल ऑपरेशन करके उसकी जान बचा ली.
दरअसल, गोमतीनगर निवासी रजनीश कुमार के बेटे कार्तिक के सिर और दाहिने कंधे में लोहे की रेलिंग घुस गई थी. यह घटना शनिवार शाम को हुई, जब वह घर की तीसरी मंजिल पर खेल रहा था. कार्तिक अचानक नीचे गिरा और सीधे लोहे की रेलिंग पर जा लगा. बेटे की हालत देख मां-बाप घबरा गए.
परिवार की सारी उम्मीदें टूट चुकी थीं, क्योंकि कार्तिक की हालत बेहद नाजुक थी. परिवार वाले किसी तरह उसे लेकर KGMU पहुंचे. डॉक्टरों ने तुरंत कार्रवाई की और घंटों चले जटिल ऑपरेशन के बाद बच्चे की जान बचाने में सफल रहे. उन्होंने मासूम को नई जिंदगी दी है. इससे परिजनों में खुशी की लहर है.
KGMU के डॉक्टर बने ‘भगवान’
ऑपरेशन की पूरी जिम्मेदारी डॉ. के.के. सिंह ने संभाली. उनकी टीम में डॉ. अंकुर बजाज, डॉ. सौरभ रैना, डॉ. जैसन गोलमी और डॉ. अंकिन बसु जैसे अनुभवी डॉक्टर शामिल थे. इन सभी डॉक्टरों ने मिलकर कई घंटों तक लगातार मेहनत की. उनकी काबिलियत और हिम्मत ने एक नामुमकिन लगने वाले काम को मुमकिन कर दिखाया. इस चमत्कारिक सर्जरी के बाद बच्चे का परिवार भावुक है. उन्होंने KGMU को 'मंदिर' और डॉक्टरों को 'भगवान' बताया है.