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कानपुर: जिस बहन के अपहरण के मामले में दोनों भाई एक साल से जेल में बंद, वो भैया दूज पर बच्चों समेत पहुंच गई मायके

कानपुर में जब एक महिला भैया दूज पर अपने मायके पहुंची तो किसी को विश्वास ही नहीं हुआ. दरअसल महिला के पति ने उसके मां-पिता और दोनों भाइयों के खिलाफ उसके अपहरण का केस दर्ज कराया था. जब पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो वो बच्चों समेत उसे थाने लेकर गई. 

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कानपुर: जिस महिला के अपहरण में दोनों भाई जेल में बंद, वो महिला भैया दूज पर पहुंच गई मायके
कानपुर: जिस महिला के अपहरण में दोनों भाई जेल में बंद, वो महिला भैया दूज पर पहुंच गई मायके

कानपुर में अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक बहन दिवाली की भैया दूज पर अपने भाइयों का टीका करने के लिए गांव पहुंच तो वो ये जानकर हैरान रह गई कि जिन भाइयों के लिए वो यहां आई है, उनको उसके ही अपहरण के आरोप में पति ने जेल में बंद करवाया है. जेल जाने से बचने के लिए महिला के मां-पिता और रिश्तेदार घर छोड़कर इधर-उधर भाग रहे हैं.  

उसके अपहरण के मामले की जांच उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय से कराई जा रही है, जिसके लिए एडीजी जोन के निर्देश पर क्राइम ब्रांच जांच कर रही है. इतना ही नहीं उसकी तलाश न कर पाने पर एक दारोगा सस्पेंड हो चुका है और दो का ट्रांसफर हो चुका है. पुलिस अब इस महिला को बच्चों के साथ कोर्ट में पेश करके हाई कोर्ट में इसके बरामद होने के दस्तावेज पेश करेगी क्योंकि मामले की जांच हाई कोर्ट के आदेश पर हो रही है. 

क्या है पूरा मामला? 

कानपुर के शिवराजपुर के रहने वाले श्याम नारायण अग्निहोत्री की शादी कुछ साल पहले रनिया की रहने वाली राखी से हुई थी. शादी के बाद एक-एक करके उनको तीन बच्चे हो गए, लेकिन मई 2023 में अचानक राखी एक दिन अपने तीनों बच्चों के साथ घर से गायब हो गई. श्याम नारायण ने अपने ससुराल वालों पर अपनी पत्नी और बच्चों के अपहरण का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जांच की तो महिला और बच्चों का कुछ पता नहीं चला तो उसने फाइनल रिपोर्ट लगा दी. 

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जब पुलिस ने जांच बंद की तो हाई कोर्ट चला गया पति 

इसके बाद पति श्याम नारायण हाई कोर्ट चला गया और उसके आदेश पर पुलिस ने फिर जांच शुरू की. उसके बाद मामला डीजीपी मुख्यालय तक पहुंचा. हाई कोर्ट ने डीजीपी मुख्यालय को जांच करने के लिए आदेश दिए. इसके बाद जांच अधिकारी बदला गया और फिर तीसरे जांच अधिकारी ने अपहरण के आरोप में महिला राखी के भाई राजू दुबे और अशोक को जेल भेज दिया. महिला के पति ने इस मामले में राखी की मां-पिता और दो भाई व रिश्तेदार को आरोपी बनाया था. पुलिस के जेल भेजने  के डर से राखी की मां-पिता और रिश्तेदार फरार घूम रहे हैं, जबकि दोनों भाई अभी भी जेल में बंद हैं. 

भैया दूज पर अचानक अपने घर पहुंची राखी 

महिला की तलाश पुलिस एक साल से कर रही है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा था. दीपावली की भैया दूज रविवार को थी, उस दिन अचानक राखी अपने मायके में भाइयों को टीका करने पहुंच गई. इसकी सूचना जब पुलिस को मिली तो वो तुरंत जाकर महिला और बच्चों को थाने लेकर आई. 

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इस मामले में ADCP ने क्या बताया? 

इस मामले में एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि एक साल पहले महिला अपने बच्चों के साथ घर से चली गई थी. इस मामले में पति ने उसके अपहरण का मुकदमा ससुराल वालों के खिलाफ लिखवाया था, जिसमें उसके दो भाई जेल में बंद हैं. महिला अपने बच्चों के साथ मिल गई है. इसको कोर्ट में पेश करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का कहना है कि महिला अपने पति की मारपीट से तंग आकर अपने बच्चों को लेकर चुपचाप निकल गई थी. 

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