SIR में बीएलओ ड्यूटी से कतराने का मामला अब यूपी के झांसी में भी सामने आया है. जहां प्राइमरी स्कूल टीचर और 2 शिक्षामित्रों ने ड्यूटी से हाथ खड़े किए तो नाराज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी का वेतन रोकने के आदेश दिए.
टीचर पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उसने मेडिकल लीव दे दी. लेकिन बीएसए ने लीव कैंसिल कर दी. अब बीएसए ने साफ कर दिया है कि कोई छुट्टी स्वीकृत नहीं की जाएगी, विशेष परिस्थिति में मेडिकल लीव के लिए सीएमओ का सर्टिफिकेट लाना होगा.
दरअसल, शिक्षकों में SIR ड्यूटी को लेकर दबाव देखा जा रहा है. प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कुछ बीएलओ की मौत के मामलों में विपक्ष जमकर सियासत कर रहा है.
झांसी के बबीना विधानसभा के गणेशगढ़ स्कूल में दो शिक्षामित्रों ने SIR काम से मना किया तो टीचर रूबी गुप्ता की ड्यूटी लगा दी गई, लेकिन रूबी गुप्ता ने ड्यूटी से हाथ खड़े कर दिए.
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इससे नाराज बीएसए विपुल सागर ने दोनों शिक्षामित्रों और रूबी गुप्ता का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए. जब इतने पर भी रूबी गुप्ता काम पर नहीं लौटीं तो उन्हें निलंबित कर दिया गया.
BSA ने बताया कि SIR कार्य में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, यदि कोई लापरवाही का मामला सामने आता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बीएसए ने यह भी बताया कि समस्या सुनने के लिए एक हेल्पडेस्क बनाया गया है. अब तक आई 10 से कम शिकायतों में से 8 का निस्तारण किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जहां समस्या जायज नहीं है और काम को प्रभावित करने के लिए बताई जा रही है, वहां वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है. गणेशगढ़ मामले में अब तक तीन बीएलओ बदले जा चुके हैं.