देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर और पूर्वी भारत में प्रचंड गर्मी से हाहाकार मचा है. गाजियाबाद के जिला अस्पताल में हीटवेव के दर्जनों मामले सामने आए हैं. पिछले तीन दिनों में 42 से ज्यादा मरीज मृत अवस्था में लाए गए या अस्पताल में आने के बाद उन्होंने दम तोड़ा.
अस्पताल के सीएमएस राकेश कुमार ने बताया पिछले तीन दिनों में काफी संख्या में ऐसे मरीज आए हैं जो काफी गंभीर अवस्था में थे. ज्यादातर लोगों में बुखार के साथ उल्टी, दस्त जैसी शिकायत थीं. मृत आए मरीजों की मौत की असल वजह जानने के लिए एक जांच कमेटी गठित की है. ऐसी आशंका है कि मरीजों के मौत की वजह लू लगना या हीटवेव हो सकती है.
हीटवेव और लू से मरने वालों की संख्या में हुआ इजाफा
डॉक्टर राकेश कुमार के अनुसार बीते 2 से 3 दिनों में मोर्टिलिटी बढ़ी है. 17 तारीख को यहां भर्ती 6 मरीजों की मौत हुई. जबकि 10 मरीज ब्रॉड डेड लाए गए थे. 18 तारीख को 9 मरीज ब्रॉड डेड लाए गए. सभी का पोस्टमार्टम सजेस्ट किया गया है लेकिन कुछ मृत मरीजों के परिवार ने पोस्टमार्टम कराने के लिए मना कर दिया.
साथ ही सुबह से अब तक 6 मरीज मृत हालत में जिला अस्पताल लाए गए हैं. जिला अस्पताल में हीटवेव वार्ड बनाया गया है और अस्पताल में पीने के पानी के साथ पंखे और एसी की व्यवस्था की गई है. सीएमएस डॉक्टर राकेश कुमार के मुताबिक कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे में बेहद जरूरी हो तभी घर से निकलें. साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.
मौत की वजह जानने के लिए कमेटी का गठन किया गया
बता दें, दिल्ली-एनसीआर में प्रचंड गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी है. लू के थपेड़ों से अभी कम से कम 10 दिन तक किसी बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार 27-28 जून के आसपास मानसून पहुंचने के बाद ही राहत मिल सकती है