उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ से एक बेहद संवेदनशील मामला सामने आया है, जहां 16 वर्षीय नाबालिग लड़की ने अपनी ही मां पर उसे बेचने और अधेड़ व्यक्ति से जबरन शादी कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. मामला महिला थाने तक पहुंचा, जहां नाबालिग के बयान के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. हालांकि पुलिस की काउंसिलिंग से अंततः मां-बेटी के रिश्ते को बचा लिया गया.
नाबालिग लड़की ने महिला थाने में बताया कि उसकी मां उसे जनपद बुलंदशहर के खुर्जा लेकर गई थी, जहां उसकी जबरन गोद भराई कराई गई. किशोरी का आरोप है कि वहां उसे डराया-धमकाया गया, मारपीट की गई और एक घर में जबरन बंद करके रखा गया. किसी तरह मौका पाकर वह वहां से भाग निकली और हापुड़ स्थित अपने घर पहुंची, लेकिन वहां भी मां ने उसके साथ मारपीट की.
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी मां उसे जबरन दूसरों के घरों में झाड़ू-पोछा और बर्तन साफ करने के काम पर भेजती थी. इसी दौरान वह एक घर में काम करने गई, जहां घर की मालकिन ने उसकी कम उम्र को देखते हुए उसकी मदद का भरोसा दिलाया और उसे अपने पास रहने दिया. आरोप है कि जब मां को इसकी जानकारी मिली तो वह वहां भी झगड़ा करने पहुंच गई.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद मामला महिला थाने में पहुंचा. महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुणा राय के समक्ष नाबालिग ने स्पष्ट कहा कि वह अपनी मां के साथ नहीं रहना चाहती. उसका आरोप था कि मां उसे बेचना चाहती है और अधेड़ व्यक्ति से जबरन शादी कराना चाहती है. किशोरी ने यह भी कहा कि वह पिछले एक महीने से जिस महिला के साथ रह रही है, उसी के साथ रहना चाहती है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला थाना प्रभारी ने नाबालिग और उसकी मां की काउंसिलिंग की. दोनों पक्षों को समझाया गया और कानूनी पहलुओं से भी अवगत कराया गया. काउंसिलिंग के बाद माहौल बदला और नाबालिग बेटी अपनी मां के साथ घर जाने के लिए राजी हो गई. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में समझदारी और संवेदनशीलता से काम लिया गया, जिससे एक परिवार टूटने से बच गया. फिलहाल पुलिस मामले पर नजर बनाए हुए है ताकि भविष्य में किसी भी तरह की अनहोनी न हो.