गाजियाबाद में 30 साल पहले खोया बेटा बनकर पहुंचने वाले राजू की कहानी में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. जहां राजू के कुछ माह पूर्व देहरादून में एक परिवार के यहां उनका खोया हुआ बेटा बनकर रहने की जानकारी पुलिस को मिली थी. वहीं अब पुलिस को राजू के राजस्थान के सीकर में भी एक परिवार का खोया हुआ बेटा बताकर रहने की जानकारी सामने आई है.
इसके अलावा राजू गाजियाबाद के सहिबाबाद में जिस परिवार के यहां खोया हुआ बेटा बनकर आया है, उस परिवार को भी उसपर भरोसा नहीं हो रहा है. परिवार की तरफ से कहा गया है कि वह लगातार झूठ बोल रहा है. ऐसे में हम डीएनए टेस्ट बाद ही उसे अपनाएंगे. इधर, पुलिस को भी राजू के देहरादून और राजस्थान के सीकर में परिवार के साथ खोया हुआ बेटा बनकर रहने की जानकारी सामने आई है. ऐसे में पुलिस भी कन्फ्यूज हो गई है और पूरे मामले का खुलासा करने के लिए गाजियाबाद के तुलाराम, उनकी पत्नी व राजू का डीएनए टेस्ट करा दिया है. अब पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
यह भी पढ़ें: लापता बेटा, एक कहानी और दो परिवार... गाजियाबाद का राजू निकला देहरादून का मोनू, हैरान कर देगी ये दास्तान!
राजू की असली कहानी तक पहुंचने में जुटी पुलिस
गाजियाबाद पुलिस राजू की असली कहानी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. पुलिस की टीम अब राजस्थान के सीकर में भी इस मामले में जानकारी जुटा रही है. साथ ही राजू की कहानी में कई झोल भी पुलिस को मिले हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि राजू झूठी कहानी बनाकर, कई परिवार जिनके बच्चे खो गए हैं, उनके साथ रह चुका है.
गाजियाबाद के साहिबाबाद के शहीदनगर इलाके में रहने वाले तुलाराम और उनकी पत्नी लीलावती के घर भी राजू उनका 30 साल पहले खोया बेटा बनकर रह चुका है. ऐसे में अब उसके पिता तुलाराम और राजू का डीएनए टेस्ट मिलान के लिए पुलिस द्वारा जांच कराया गया है. हालांकि डीएनए टेस्ट की जांच रिपोर्ट अभी पुलिस तक नहीं पहुंची है.ऐसे में रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी कि आखिर राजू तुलाराम का बेटा है या नहीं? या फिर राजू खोया हुआ बेटा बनकर दुबारा फर्जी कहानी बनाकर इस परिवार की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है.
परिवार को नहीं हो रहा है भरोसा
इस मामले में तुलाराम और उनकी पत्नी लीलावती का कहना है कि उन्हें वापस लौट कर आए राजू के ऊपर अब भरोसा नहीं हो रहा है. क्योंकि राजू झूठ बोल रहा है और देहरादून में रहने वाली बुजुर्ग महिला आशा शर्मा के यहां भी कई महीने उनका खोया बेटा मोनू शर्मा बनकर रहने की जानकारी मिली है. ऐसे में हम बिना डीएनए टेस्ट मिलान के राजू को नहीं अपनाएंगे.
मामले में एसीपी साहिबाबाद रजनीश उपाध्याय का कहना है कि पुलिस की कई टीमें जुटी हुई हैं. जांच में मिले तथ्यों को पुलिस द्वारा खंगाला जा रहा है. वहीं शहीद नगर के रहने वाले तुलाराम और उनका खोया बेटा बताने वाले राजू का डीएनए टेस्ट पुलिस द्वारा कराया गया है. राजस्थान के सीकर में भी पुलिस द्वारा जानकारियां जुटाई जा रही हैं. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.