केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का 10वां बजट पेश किया. इस बजट पर अकबरपुर से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने मोदी सरकार के 10वें बजट को विकसित भारत का विजन बताया. सांसद ने कहा कि, ये बजट नए भारत की आकांक्षाओं और सपनों का बजट है.
मोदी सरकार ने बजट में हर वर्ग पर ध्यान दिया है. ये बजट महिलाओं, युवाओं, गरीबों और किसानों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. सांसद ने कहा कि इस बजट के माध्यम से हमने राम के रूप में किसान और लक्ष्मण के रूप में उद्योग को जोड़ने का काम किया है.
भाजपा सांसद ने इस दौरान बजट को जनकल्याणकारी और जनहितकारी भी बताया है. इसी के साथ बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी. भाजपा सांसद ने कहा कि मोदी सरकार के 10वें बजट में पीएम मोदी के अंत्योदय के संकल्प की झलक दिखाई देती है. ये बजट देश के विकास की रफ्तार को दोगुना करने का काम करेगा.
भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने इस दौरान ज्ञानवापी को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होने कहा कि भगवान शंकर के स्थान को विदेशी अतातायियों ने ज्ञानवापी का स्वरूप दे दिया था. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नए भारत में मुस्लिम समाज के लोग भगवान शंकर के उस स्थान को अच्छा बनाने में सहयोग करेंगे और कोर्ट का फैसला स्वीकार करेंगे.
वहीं दूसरी तरफ इस बजट को लेकर जहां एक और बीजेपी के सांसद भले ही अच्छा बता रहे हो लेकिन घर को संभालने वाली गृहणियों का कहना है कि उनकी उम्मीदों पर इस बजट से पानी फिर गया, उनके हिसाब से बजट और भी अच्छा हो सकता था.
गृहणी के साथ-साथ डॉक्टर अमरीन फातिमा का कहना है कि उनके हिसाब से पेश हुए इस बजट में जो उम्मीदें उन्हें थी उस पर पानी फिर गया. हालांकि सरकार ने गरीबों के लिए तो अच्छी स्कीम बजट में रखी है लेकिन मिडिल क्लास के लोगों को कोई राहत नहीं दी गई है.
उन्होंने कहा, परिवार में 5, 6 सदस्य होने से उन्हें किचन संभालने में काफी दिक्कतें होती हैं क्योंकि किचन की हर एक चीज महंगी है, चाहे वह दूध हो, तेल हो, सब्जियां हो सभी चीज महंगी हैं. आम जनमानस के इस्तेमाल करने वाली चीजों पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए जिससे आम जनमानस एक अच्छी जिंदगी के साथ बेहतर स्वास्थ्य भी रख सके.
उन्होंने कहा, लोग इसलिए स्वस्थ नहीं रह पाते क्योंकि सेहतमंद खाने वाली चीजें महंगी हैं. बच्चों की पढ़ाई पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. पढ़ाई लगातार महंगी होती चली जा रही है. उस पर कोई रोक नहीं है. सरकार गरीबों को दो करोड़ घर देने जा रही है, वहीं उन्हें 300 फ्री यूनिट बिजली भी दे रही है.