Uttar Prdesh News: बिजनौर के अमानगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के कोठिरो में मखना और टस्कर हाथी भिड़ गए. इस भिड़ंत का वीडियो सामने आया है. दो हाथियों के बीच 'जंग' वनकर्मी भी सकते में आ गए. हाथियों का रौद्र रूप देख पहले तो कोई उन्हें अलग करने की हिम्मत नहीं कर सका. हालांकि, बाद में कुछ लोगों ने साहस दिखाया और किसी तरीके से हाथियों को अलग किया गया.
जानकारों के मुताबिक, मखना हाथी का अपना प्रभाव है और वह इस क्षेत्र में ही रहता है. काफी समय से वो यहां प्रवास कर रहा है. लेकिन घटना वाले दिन दोपहर को अचानक दूसरे जंगल से निकलकर एक टस्कर हाथी मखना हाथी के क्षेत्र में पहुंच गया. इसके बाद दोनों के बीच संघर्ष शुरू हो गया. काफी देर तक दोनों हाथी एक दूसरे से भिड़ते रहे.
इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाकर इन्हें भागने की कोशिश की मगर हाथियों की लड़ाई जारी रही. अपनी ताकत दिखाने के लिए दोनों एक दूसरे से काफी देर तक भिड़ते रहे. बाद में गांव के लोगों ने वन विभाग को दो हाथियों के भिड़ने की सूचना दी. इसके बाद क्षेत्र के वनकर्मी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने आपस में भिड़ रहे दोनों हाथियों को शोर मचाकर हटाने की कोशिश की.
बड़ी मुश्किल से अलग हुए दोनों हाथी
मगर वन कर्मियों की इस तरकीब का कोई असर नहीं हुआ. इस दौरान लड़ाई में मखना हाथी घायल भी हो गया. लेकिन बावजूद इसके वह टस्कर हाथी से संघर्ष करता रहा. आखिर में मखना हाथी टस्कर हाथी पर भारी पड़ा और उसने अपने क्षेत्र से टस्कर हाथी को पीछे धकेल दिया. मखना हाथी को भारी पड़ता देख टस्कर हाथी बाद में वापस अपने क्षेत्र में लौट गया. इसके बाद वन कर्मियों ने भी राहत के साथ ली और ग्रामीणों को भी सुकून मिला.
हाथियों के इस संघर्ष को लेकर जब वन विभाग के सब डिविजनल ऑफिसर ज्ञान सिंह से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह अक्सर हो जाता है कि जब एक हाथी दूसरे हाथी के क्षेत्र में आ जाता है तो नर हाथियों के बीच में इस तरह का माहौल पैदा हो जाता है. कभी-कभी मादा हाथी के आसपास होने पर भी दो हाथी अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए आपस में भिड़ जाते हैं.
इस मामले में भी शायद ऐसा ही हुआ है. या तो मखना हाथी को टस्कर हाथी का अपने क्षेत्र में आना अच्छा नहीं लगा या फिर वह आसपास कहीं जंगल में कोई मादा हथिनी रही होगी, जिसको लेकर दोनों में शक्ति प्रदर्शन के चलते यह संघर्ष हुआ. बरहाल, वनकर्मियों की सूझबूझ से दोनों हाथी बाद में अपने-अपने क्षेत्र में चले गए.