scorecardresearch
 

'पाखंड को बढ़ावा दे रही सरकार', FIR के बाद भड़के कांवड़ पर कविता पढ़ने वाले बरेली के टीचर, कही ये बात

टीचर रजनीश गंगवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पाखंड को बढ़ावा दे रही है. स्कूल बंद कर रही है और शराब की दुकानें खोल रही है. इसके खिलाफ सभी को बोलना चाहिए. सरकार को जनता को जवाब देना चाहिए. 

Advertisement
X
कांवड़ पर कविता पढ़ने वाले टीचर रजनीश गंगवार (Photo: ITG)
कांवड़ पर कविता पढ़ने वाले टीचर रजनीश गंगवार (Photo: ITG)

उत्तर प्रदेश के बरेली में कांवड़ यात्रा पर कविता पढ़ने वाले टीचर रजनीश गंगवार मुश्किलों में घिर गए हैं. हिंदूवादी संगठनों की शिकायत के बाद उनके ऊपर एफआईआर दर्ज हो गई है. एफआईआर दर्ज होने के बाद टीचर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि फासीवादी मानसिकता रखने वाली सरकार के खिलाफ बुद्धिजीवी वर्ग को आगे आना चाहिए और खुलकर बोलना चाहिए. 

रजनीश गंगवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पाखंड को बढ़ावा दे रही है. स्कूल बंद कर रही है और शराब की दुकानें खोल रही है. इसके खिलाफ सभी को बोलना चाहिए. सरकार को जनता को जवाब देना चाहिए. 

यह भी पढ़ें: 'तुम कांवड़ लेने मत जाना...', बरेली के टीचर ने गाई ऐसी कविता, भड़क उठे हिंदू संगठन, दर्ज करा दी FIR
 
दरअसल, बीते दिनों रजनीश गंगवार ने बरेली के एक कॉलेज के छात्रों के सामने कांवड़ पर कविता पढ़ी थी. इसमें उन्होंने कहा था- 'कांवड़ लेने मत जाना, तुम ज्ञान का दीप जलाना... मानवता की सेवा करके तुम सच्चे मानव बन जाना.' इस कविता में उन्होंने यह भी कहा कि कांवड़ उठाने से कोई डीएम-एसपी या अधिकारी नहीं बनता.

रजनीश गंगवार की ये कविता जब वायरल हुई तो सोशल मीडिया पर हिंदूवादी संगठन के लोगों ने कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने इस कविता को सावन माह में चल रही कांवड़ यात्रा की आलोचना के रूप में देखा. जिसके बाद लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आई और टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. 

Advertisement

कांवड़ पर कविता पढ़ने वाले टीचर ने कही ये बात 

विवाद बढ़ने पर टीचर रजनीश गंगवार ने कहा कि कुछ लोग मुझसे नफरत करते हैं. मुझे जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है. अगर इतने ही हिंदूवादी संगठन वाले हैं तो मंत्री राजभर पर मुकदमा क्यों नहीं करते, जब वो उल्टा बोलते हैं. उन लोगों की मेरे प्रति गलत भावनाएं हैं, गलत मानसिकता है, इसलिए मुझ पर मुकदमा करा दिया. 

यह भी पढ़ें: Shamli: कांवड़ियों के साथ 12 km पैदल चले SP, लिया सुरक्षा का जायजा, शिवभक्तों से भी की बात

रजनीश ने आगे कहा कि मेरी कविता छोटे बच्चों के लिए थी, जिनका पढ़ाई करना बेहद आवश्यक है. इस समय जो कांवड़ यात्रा चल रही है, उसमें कहीं मारपीट की बात सामने आ रही है तो कहीं नशाखोरी हो रही है. इसलिए मैंने बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए और इस तरह की घटना को रोकने के लिए कविता पढ़ी थी. मेरे कोई गलत इरादा नहीं था. 

बकौल रजनीश गंगवार- मैं एक साहित्यकार हूं, कवि हूं, पूर्व में भी कविताएं पढ़ी हैं. कविताएं और लेख लिखता हूं. ऐसे ही कांवड़ पर रचनात्मक कविता लिखी थी. उसी के माध्यम से बच्चों को समझा रहा था. उन्हें संदेश दिया कि शिक्षालय द्वारा ज्ञान प्रकाश प्राप्त करो. हमारा कोई गलत उद्देश्य नहीं था. जिन लोगों ने मुकदमा कराया है वह लोग हमसे ईर्ष्या रखते हैं. अगर उनकी भावनाएं आहत हुई होती तो वह लोग मंत्री राजभर पर भी मुकदमा करा चुके होते. मैंने पूरी कविता में किसी धर्म का नाम नहीं लिया. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement