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बहराइच में फिर भेड़ियों का आतंक: 12 घंटे में पांच लोगों पर हमला, 4 बच्चे घायल, गांवों में दहशत का माहौल

बहराइच के कैसरगंज तहसील में दो भेड़ियों ने 12 घंटे में पांच लोगों पर हमला किया. हमले में सभी घायल हो गए. वन विभाग की टीम ने एक भेड़िये को गोली मारकर घायल किया और उसकी तलाश ड्रोन व कैमरा ट्रैप से जारी है. ग्रामीणों ने रात्री पहरा शुरू किया. क्षेत्र में दहशत और सुरक्षा चिंताओं का माहौल बना हुआ है.

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महिला समेत 5 लोग घायल.(Photo: AI-generated)
महिला समेत 5 लोग घायल.(Photo: AI-generated)

उत्तर प्रदेश के बहराइच के कैसरगंज तहसील में रविवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब दो भेड़ियों ने 12 घंटे के भीतर पांच ग्रामीणों पर हमला कर दिया. हमले में चार बच्चे और एक महिला घायल हो गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई है. वन विभाग ने तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया है, जबकि ग्रामीणों ने रात में पहरा देना शुरू कर दिया है.

जानकारी के अनुसार, पहला हमला शनिवार तड़के करीब 3 बजे बलिराजपुरवा गांव में हुआ, जहां 40 वर्षीय महिला दुर्गावती पर घर के बाहर एक भेड़िए ने हमला कर दिया. उनकी चीख सुनकर गांववाले मौके पर पहुंचे तो भेड़िया भाग गया. इसके बाद दोपहर होते-होते हमलों की श्रृंखला शुरू हो गई. दोपहर 12:15 बजे से लेकर 3:30 बजे के बीच मजहरा टौकली गांव में चार और बच्चों — मीना (8), मोनिका (5), शिवांकी (6) और चंद्रसेन (5) पर हमला हुआ. सभी बच्चे अपने घरों के बाहर खेल रहे थे या टहल रहे थे, जब भेड़ियों ने उन्हें निशाना बनाया.

यह भी पढ़ें: बहराइच में फिर भेड़िए का आतंक, हमले में दो महिलाएं घायल, वन विभाग की खोज जारी

घायल बच्चों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं. डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) राम सिंह यादव के अनुसार, वन विभाग की गश्ती टीमें पहले से ही भेड़िया प्रभावित इलाकों में मौजूद थीं. शाम करीब 5:15 बजे एक टीम ने कोनिया गांव के पास एक भेड़िए को एक युवक पर हमला करने की तैयारी करते देखा. युवक की जान बचाने के लिए वन विभाग के शूटर ने गोली चलाई, जिससे भेड़िया पिछली टांग में गोला लगा और वह घायल हो गया. फिर नदी किनारे घास-फूस से भरे जंगल की ओर भाग गया.

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DFO यादव ने बताया कि घायल भेड़िए की तलाश ड्रोन और कैमरा ट्रैप की मदद से की जा रही है. उसके पंजों के निशान (पगमार्क) भी मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि या तो वह मर चुका है या गंभीर रूप से घायल है. विभाग का प्राथमिक लक्ष्य उसे जिंदा पकड़ना है. उन्होंने बताया कि फिलहाल क्षेत्र में सिर्फ एक सक्रिय भेड़िया होने की संभावना है और शनिवार शाम के बाद से कोई नया हमला नहीं हुआ है. वन विभाग ने भेड़िया प्रभावित क्षेत्रों को छह सेक्टरों में बांट दिया है, जिनमें करीब 30 टीमें और 21 टास्क फोर्स लगातार सर्च अभियान चला रही हैं. वहीं, ग्रामीणों ने भी खुद सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है. उन्होंने रात में टॉर्च और डंडों से लैस निगरानी दल बना लिए हैं.

CM ने बचाव और नियंत्रण अभियान का दिया आदेश

गौरतलब है कि 9 सितंबर से अब तक बहराइच में भेड़ियों के हमलों में छह लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें चार बच्चे और एक वृद्ध दंपति शामिल हैं, जबकि करीब 30 लोग घायल हुए हैं. इस बढ़ते खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बचाव और नियंत्रण अभियान का आदेश दिया है. सीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि यदि जिंदा पकड़ने के प्रयास असफल हों, तो विभाग जरूरत पड़ने पर घातक कार्रवाई कर सकता है.

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पिछले वर्ष मानसून के दौरान महसी तहसील में भी भेड़ियों के एक झुंड ने दहशत फैलाई थी, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई थी. उस समय भी वन विभाग और स्थानीय ग्रामीणों की संयुक्त कार्रवाई से खतरे पर काबू पाया गया था. अब एक बार फिर कैसरगंज और आसपास के इलाके भेड़ियों के आतंक से कांप रहे हैं. वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि बच्चे अकेले बाहर न जाएं और रात्रि के समय समूह में ही आवाजाही करें.

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