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मंकी कैप लेकर उमेश पाल की हत्या करने पहुंचा था असद, लेकिन जान-बूझकर नहीं पहना!

आजतक के पास मौजूद इनपुट के मुताबिक, उमेश हत्याकांड के दौरान असद ने मंकी कैप मंगाई गई थी, जिससे उसके चेहरे को कोई पहचान न पाए. हालांकि असद ने मंकी कैप लगाई नहीं और पुलिस ने गाड़ी से मंकी कैप को बरामद किया था. असद ने जानकर मंकी कैप नहीं पहनी. असद चाहता था कि सीसीटीवी में उसकी तस्वीर कैद हो.

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अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा था असद
अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा था असद

उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले असद को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं. आजतक के पास मौजूद इनपुट के मुताबिक, उमेश हत्याकांड के दौरान असद ने मंकी कैप मंगाई गई थी, जिससे उसके चेहरे को कोई पहचान न पाए. हालांकि असद ने मंकी कैप लगाई नहीं और पुलिस ने गाड़ी से मंकी कैप को बरामद किया था.

माफिया अतीक अहमद और अशरफ ने असद को हिदायत दी थी कि वह गाड़ी से नहीं उतरेगा और उतरा तो मंकी कैप पहनकर फायरिंग करेगा. आजतक को पुलिस सूत्रों ने बताया कि असद ने जानकर मंकी कैप नहीं पहनी. असद चाहता था कि सीसीटीवी में उसकी तस्वीर कैद हो. वो चाहता था कि सबको पता चले की उसने ही उमेश को मारा.

दरअसल अतीक अपने बेटे अली और उमर को ज्यादा मानता था. असद के मन में था कि वो कुछ ऐसा करे, जिससे उसके पिता और चाचा की नजर में उसकी साख ज्यादा बढ़े. इस वजह से उसने बिना मंकी कैप पहने फायरिंग की ताकि सबको पता चले कि असद मौके पर आया था. इस दौरान असद ने खुद को बचाने के लिए एक साजिश भी रची थी.

बचने के लिए बनाया था सॉलिड प्लान

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माफिया अतीक के बेटे असद ने उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस को चकमा देने का सॉलिड प्लान बनाया था. आजतक के हाथ लगी तस्वीर असद के शातिर दिमाग का खुलासा करती है. ये तस्वीर लखनऊ के एक ATM की है. तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम आतिन जफर है. आतिन जफर लखनऊ के एटीएम से पैसे निकाल रहा है.

जफर पैसे असद के ATM कार्ड से निकाल रहा है, वो भी उस वक्त जब उमेश पाल की हत्या की जा रही थी. दरअसल इस प्लान के तहत असद ये साबित करता कि वो तो हत्याकांड में शामिल था ही नहीं. इसी प्लान के तहत असद ने आतिन जफर को अपना ATM कार्ड और मोबाइल लखनऊ में दे दिया था, लेकिन पुलिस ने उसकी प्लानिंग फेल कर दी.

जफर गिरफ्तार, पुलिस कर रही है पूछताछ

पुलिस ने अतिन जफर को गिरफ्तार कर लिया है. जफर ने 24 फरवरी को असद के एटीएम से पैसे निकाले थे. पुलिस को गुमराह करने के लिए असद ने अपना मोबाइल और एटीएम लखनऊ में छोड़ा था, जिससे पुलिस उसकी लोकेशन ना ट्रेस कर सके. एटीएम के फोटो के आधार पर पुलिस पूछताछ कर रही है.

पिता की तरह डॉन बनना चाहता था असद

इससे पहले खुलासा हुआ था कि असद अपने पिता अतीक अहमद की तरह ही बड़ा डॉन बनने की तैयारी कर रहा था. अपनी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए हर तरह के हथकंडों का इस्तेमाल कर रहा था. एनकाउंटर के बाद पुलिस के हाथ लगे असद के मोबाइल फोन से रोज नया खुलासा हो रहा है, जो अपराध जगत में असद के बढ़ते कदम की ओर इशारा कर रहा है.

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असद के मोबाइल से मिला पिटाई का वीडियो
 
असद के मोबाइल से एक वीडियो मिला है. ये वीडियो असद के लखनऊ के फ्लैट का बताया जा रहा है, जिसमें एक युवक के कपड़े उतारकर तीन-चार अपराधी उसे बेरहमी से पीट रहे हैं. वीडियो जनवरी 2021 का है. दावा है कि ऐसे ही वीडियो भेजकर असद तमाम लोगों को डराता था और अपने पिता अतीक की तरह ही लोगों पर धौंस जमाता था.

दावा ये भी है कि इस वीडियो को अतीक अहमद के गैंग में शामिल रहे बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को भी भेजा गया था ताकि उसे डराया जा सका. अतीक से साथ-साथ उसके बेटों का भी खौफ दिखाया जा सके. असद का ख्वाब भी पिता की तरह माफियागिरी में अपना सिक्का जमाना था, जिसकी झलक कॉलेज के दिनों में ही दिखाई देने लगी थी. 

कॉलेज में असद था डॉन

असद की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें उसके गाल पर डॉन लिखा है और दिल का निशान बना है. उसे कॉलेज में लोग डॉन कहते थे. हालांकि उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद का डॉन बनने ख्बाब मिट्टी में मिल गया. पुलिस मुठभेड़ में असद ढेर हो गया.

 

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