उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑटो चालकों की मनमानी का ताजा मामला सामने आया है. केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) के डॉक्टर से महज 200 मीटर दूरी तय कराने के लिए एक ऑटो चालक ने 2000 रुपये वसूल लिए. शिकायत पर जीआरपी ने कार्रवाई करते हुए ऑटो को जब्त कर लिया है और कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
दरअसल, मामला शुक्रवार सुबह का है. डॉक्टर सनी चौधरी देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस पकड़ने लखनऊ पहुंचे थे. स्टेशन को लेकर भ्रम के चलते वे लखनऊ जंक्शन (छोटी लाइन) की बजाय लखनऊ चारबाग स्टेशन पहुंच गए. वहीं पर एक ऑटो चालक ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह गेट खुलवाकर ट्रेन तक पहुंचा देगा.
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डॉक्टर को लेकर वह महज 200 मीटर दूर जंक्शन स्टेशन पहुंचा और वहां उनसे 2000 रुपये किराया वसूल लिया. डॉक्टर ने इसकी शिकायत जीआरपी से की. जांच में पाया गया कि संबंधित ऑटो चारबाग स्टेशन पर संचालित शाही ऑटो एसोसिएशन से पंजीकृत है. फिलहाल जीआरपी ने ऑटो को जब्त कर लिया है.
गौरतलब है कि लखनऊ स्टेशन और लखनऊ जंक्शन के नामों को लेकर यात्रियों में अक्सर भ्रम की स्थिति रहती है. टिकट पर "एलकेओ" या "एनई" लिखा होता है, जिससे बाहर से आने वाले यात्री गलत स्टेशन पहुंच जाते हैं. इसी स्थिति का फायदा उठाकर ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं.
'अब सख्त कार्रवाई की जाएगी'
यात्रियों की परेशानी और बढ़ जाती है क्योंकि प्रीपेड बूथ बंद होने से तय किराए पर ऑटो नहीं मिल पाता. पहले यात्रियों को जीआरपी की देखरेख में प्रीपेड बूथ से उचित दर पर ऑटो सुविधा मिलती थी, लेकिन अब स्थिति अलग है. एसोसिएशन के करीब 300 ऑटो बिना तय किराए के सीधे स्टेशन परिसर में प्रवेश कर जाते हैं और यात्रियों से मनमानी रकम वसूलते हैं. पुलिस का कहना है कि इस तरह की शिकायतों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि यात्रियों को लूटखसोट का शिकार न होना पड़े.