28 साल की सारा के लिए अपना पहला घर खरीदना जिंदगी का सबसे बड़ा सपना था. लेकिन यही सपना कुछ ही हफ्तों में उनकी सेहत और पैसों के लिए एक बुरा सपना साबित हुआ. न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक, सारा जब से उस नए घर में रहने लगी तब से उसकी जिंदगी पहली जैसी नहीं रही.
नए घर में मिल रही थी अजीब बीमारी
मई 2024 में जब सारा ने सेंट्रल ओहायो में अपना नया घर खरीदा और उसमें शिफ्ट हुईं, तो कुछ ही दिनों तक तो सब सही रहा. लेकिन धीरे-धीरे उस घर में कुछ ऐसा होने लगा, जो बेहद अजीब था. सारा को एक तरफ़ उन्हें गंभीर कंजेशन और लगातार साइनस इंफेक्शन होने लगे. हालांकि शुरुआती समस्याएं धीरे-धीरे ठीक हो गईं, लेकिन छह महीने बाद उनकी आंखों में जलन और सूजन शुरू हो गई. फिर वो हमेशा ही आँखों में परेशानी का सामना करना पड़ा.
पुराने मालिक के मेडिकल पेपर्स से खुला राज़
सारा को असली शक तब हुआ जब उन्होंने घर में पड़े पुराने कागज देखे. ये मेडिकल फाइलें थीं, जिनसे पता चला कि पिछले मालिकों को भी आंखों की गंभीर समस्या थी. हैरानी का बात ये जब सारा ने छुट्टी मनाने जब वह मेक्सिको गईं, तो उनकी आंखें पूरी तरह ठीक हो गईं. लेकिन जैसे ही वो घर लौटी, फिर से उसे इस समस्या का सामना करना पड़ा.
TikTok पर शेयर किया वीडियो, लोगों ने बताया सच
न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक, सारा ने अपना अनुभव TikTok अकाउंट @applfrittr11 पर शेयर किया. वीडियो वायरल होते ही लोगों ने उन्हें घर की मोल्ड टेस्टिंग कराने की सलाह दी. जब विशेषज्ञों ने घर की जांच की तो हर जगह हिडन मोल्ड पाया गयाबेसमेंट से लेकर बाथरूम, किचन और यहां तक कि कपड़ों तक.
‘जिंदगी मोल्ड के बीच फंसी थी’
सारा बताती हैं कि काम से लेकर वर्कआउट तक सब कुछ मैं इसी घर में करती थी. नहाना, सोना, कपड़े धोना… हर जगह मोल्ड था. मेरे डॉग्स भी इससे एक्सपोज हो रहे थे. सबसे डरावनी बात यह थी कि मेरे पति को कोई लक्षण नहीं थे, जिससे मुझे लगता था कि मैं पागल हो रही हूं.
क्या है Mold Toxicity?
न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक, मोल्ड यानी फंगस, जो नमी या पानी से खराब हुई जगहों पर पनपता है. इससे एलर्जी,अस्थमा अटैक, सांस की दिक्कत, आंख और स्किन में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. CDC (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, कुछ मोल्ड प्रजातियां माइकोटॉक्सिन नामक जहरीले तत्व भी पैदा करती हैं.
अक्सर घरों में सीलन के कारण नमी जम जाती है, और यही नमी फंगस (मोल्ड) को पनपने का मौका देती है. पुरानी फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए मोल्ड बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे मरीजों में लंग इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. कई बार मोल्ड की वजह से परिवारों को अपना घर छोड़ने तक की नौबत आ जाती है, और कुछ मामलों में यह मौत की वजह भी बन चुका है. एंवायरनमेंटल रिलेटिव मोल्डिनेस इंडेक्स (ERMI) टेस्ट में सारा का घर पूरी तरह से रहने लायक नहीं पाया गया.