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दिन में डिलीवरी बॉय का काम-रात में पढ़ाई, कैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बने शेख अब्दुल सत्तार?

यह कहानी है एक डिलीवरी बॉय की, जो अब बड़ी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. डिलीवरी बॉय का नाम शेख अब्दुल सत्तार है, जिनकी कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है.

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Shaikh Abdul Sathar delivery man becomes software engineer
Shaikh Abdul Sathar delivery man becomes software engineer
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोडिंग सीख बने सॉफ्टवेयर इंजीनियर
  • सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

कहते हैं कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है, या किसी भी काम को लेकर किसी का तिरस्कार या उपेक्षा नहीं करनी चाहिए. किस्मत कब पलटी खा जाए कोई नहीं कह सकता. सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक कहानी वायरल हो रही है.

दरअसल, यह कहानी है एक डिलीवरी बॉय की, जो अब बड़ी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. डिलीवरी बॉय का नाम शेख अब्दुल सत्तार है, जिनकी कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है. सोशल मीडिया पर उनकी चर्चा हो रही है. खुद सत्तार ने अपनी कहानी शेयर की है. 

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के रहने वाले शेख अब्दुल सत्तार ने अपना घर चलाने के लिए कई काम किए. उन्होंने Zomato, Swiggy में खाने की डिलीवरी से लेकर Ola, Uber में गाड़ी तक चलाई है. उन्होंने Rapido में कस्टमर को मोटरसाइकिल राइड भी दी है. यह सब उन्होंने तब किया जब वह अपने कॉलेज के फाइनल ईयर में पढ़ाई कर रहे थे. 

सत्तार ने बताया वह अपने घरवालों की आर्थिक मदद करना चाहते थे, क्योंकि उनके घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. इसी बीच उनके एक दोस्त ने उन्हें कोडिंग सीखने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद सत्तार ने देर शाम 6 बजे से 12 बजे तक होम डिलीवरी का काम किया और बाकी समय में कोडिंग सीखी. मेहनत और लगन से जल्द ही उन्होंने खुद का एक वेब एप्लिकेशन तैयार कर लिया, जिसकी वजह से उन्हें घर की आर्थिक मदद करने में काफी मदद मिली. 

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कोडिंग सीखने के शेख अब्दुल सत्तार ने जल्द ही कम्युनिकेशन स्किल्स भी सीखी और बेंगलुरु में NxtWave नाम की कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनयर नौकरी हासिल कर ली. नौकरी पाने के बाद सत्तार का कहना है कि पहले वह एक- एक पैसे के बारे में सोचते थे, लेकिन अब वह सैलरी से अपने घर के सारे लोन और सभी सुविधाओं की व्यवस्था कर सकते हैं. 

 

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