वॉल स्ट्रीट के रिटायर्ड फाइनेंशियर और पूर्व सोरोस फंड मैनेजर हॉवर्ड रुबिन का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. उन पर सेक्स ट्रैफिकिंग और महिलाओं के शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं. मामला इस समय अदालत में है, और अदालती दस्तावेजों में जो खुलासे सामने आ रहे हैं, उन्होंने अमेरिकी मीडिया में हलचल मचा दी है.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब एक दशक तक (2009 से 2019) रुबिन और उनकी असिस्टेंट जेनिफर पावर्स ने देशभर से महिलाओं को न्यूयॉर्क बुलाया. वहां उन्हें सेक्स एक्ट्स करने के लिए मजबूर किया गया. कई महिलाओं ने बताया कि उनके साथ मारपीट, बलात्कार और मानसिक प्रताड़ना की गई.
अभियोजन पक्ष के अनुसार, हॉवर्ड रुबिन ने मैनहट्टन के एक लग्जरी पेंटहाउस में एक साउंडप्रूफ कमरा बना रखा था, जहां वह महिलाओं को लेकर जाता था.
लाल दीवारें, जंजीरें और दर्दनाक साजो-सामान
अदालती दस्तावेज़ों में खुलासा हुआ है कि उस कमरे की दीवारें लाल रंग की थीं. फर्श पर सफेद कालीन बिछी थी. वहां जंजीरों से लैस एक बिस्तर रखा गया था.यही वह जगह थी जहां महिलाओं को बांधा जाता था, पीटा जाता था और उन्हें यातनाएं दी जाती थीं.
एक पीड़िता ने बताया कि उसे क्रॉस के आकार के स्टैंड पर बांधकर कोड़े से मारा गया और पूरी रात बेड़ियों में जकड़कर रखा गया.
प्रॉसिक्यूटर्स के मुताबिक, रूबिन का एक साउंडप्रूफ 'सेक्स डंजन' मैनहैटन के उनके पेंटहाउस में था, जहां ये सभी कृत्य किए जाते थे. यह अपार्टमेंट उस घर से कुछ ही दूरी पर था, जहां रूबिन अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहते थे.इसी पर महिलाओं को बांधकर और मुंह पर पट्टी लगाकर यातनाएं दी जाती थीं.
कोर्ट में पेशी और गिरफ्तारी
रुबिन ने अदालत में सभी आरोपों से इनकार किया है. शुक्रवार को उसे न्यूयॉर्क की अदालत में पेश किया गया, जहां जज ने उसे बिना जमानत हिरासत में भेजने का आदेश दिया.