सोचिए, आपको प्रमोशन न मिले और आप इसका बदला अपने बॉस से ऐसे लें कि पूरी दुनिया देखती रह जाए. ऐसा ही किया अमेरिकी अरबपति डेविड टेपर ने. साल 1989 में जब गोल्डमैन सैक्स के बॉस जॉन कोरजाइन ने उन्हें पार्टनरशिप देने से मना कर दिया, तब शायद उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि यह फैसला इतिहास बनेगा. आइए जानते हैं पूरी कहानी.
वॉल स्ट्रीट के मशहूर निवेशक और कैरोलाइना पैंथर्स के मालिक डेविड टेपर हाल ही में सुर्खियों में रहे. 67 साल के अरबपति न सिर्फ अपने शातिर बिजनेस दिमाग के लिए जाने जाते हैं, बल्कि इस बात के लिए भी मशहूर हैं कि वे किसी भी कीमत पर अपने अपमान को नहीं भूलते.
प्रमोशन न मिलने का गुस्सा
1989 के मार्केट क्रैश के बाद गोल्डमैन सैक्स को संभालने में टेपर का बड़ा योगदान था. इसके बावजूद तत्कालीन सीईओ जॉन कोरजाइन ने उन्हें पार्टनरशिप के प्रमोशन से वंचित कर दिया. इस अपमान से आहत टेपर ने गोल्डमैन सैक्स छोड़कर अपनी हेज फंड कंपनी Appaloosa Management की शुरुआत की. आगे चलकर यही कंपनी वॉल स्ट्रीट की सबसे सफल हेज फंड फर्मों में से एक बनी.
43 मिलियन डॉलर में खरीदा एक्स-बॉस का घर
कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. 2010 में उन्होंने कोरजाइन की एक्स-वाइफ से उनका हैम्पटन वाला बीच हाउस $43 मिलियन (करीब 358 करोड़ रुपये) में खरीद लिया. यह सौदा उस समय हैम्पटन क्षेत्र का सबसे महंगा प्रॉपर्टी डील माना गया.
पुराना घर गिराकर बनाई दोगुनी बड़ी हवेली
सिर्फ घर खरीदना ही काफी नहीं था. टेपर ने उस 6,165 वर्ग फुट की हवेली को पूरी तरह से तोड़ डाला. इसके बाद उन्होंने वहां पर एक नया मेंशन बनाया, जो दोगुना बड़ा था. लगभग चार साल चले इस निर्माण कार्य के बाद तैयार हुई उनकी नई हवेली 11,268 वर्ग फुट में फैली है. इसमें ओशन व्यू, स्विमिंग पूल और टेनिस कोर्ट भी शामिल हैं.
जब 2010 में न्यूयॉर्क मैगजीन ने टेपर से इस ‘रिवेंज’ पर सवाल किया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा था कि आप इसे ऐसे फ्रेम कर सकते हैं. कहा जा सकता है कि दुनिया में थोड़ा-सा न्याय हो गया.