
गर्मी ने दस्तक दे दी है और बाजार में राहत के 'साजों-सामान' नजर आने लगे हैं. शहर हों या फिर गांव या कस्बा, अगर आप बाजार में निकलेंगे, तो कूलर से लेकर AC तक आपको इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप्स पर नजर आएंगे. अगर आप किसी लोकल मार्केट में जाएंगे, तो आपको अनगिनत ब्रांड्स के कूलर नजर आएंगे.
ऐसे में सवाल आता है कि कौन-सा कूलर खरीदना चाहिए? वैसे तो एक कूलर खरीदते हुए कंज्यूमर्स को कई पहलुओं का ध्यान रखना चाहिए. यानी आपको कीमत, साइज, टाइप से लेकर ब्रांड तक ध्यान देना चाहिए. बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो नॉन-ब्रांडेड कूलर्स खरीदते हैं क्योंकि इनकी कीमत कम होती है. अगर आप भी एक नया एयर कूलर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
मार्केट से लोकल कूलर खरीदने के कई फायदे हैं. मसलन ये कूलर आपको ब्रांडेड के मुकाबले कम कीमत पर मिलते हैं. इनकी कीमत 50 फीसदी तक कम हो सकती है. साथ ही आपको इसमें कई साइज और डिजाइन के विकल्प मिल जाते हैं, जो कई बार ब्रांडेड कूलर्स में उपलब्ध नहीं होते हैं.
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इन्हें रिपेयर कराना आसान होता है. क्योंकि लोकल मार्केट में बनाकर बेचे जा रहे कूलर्स में ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक्स का इस्तेमाल नहीं होता है, तो इन्हें कोई भी लोकल रिपेयर शॉप वाला ठीक कर सकता है. हालांकि, ऐसे कूलर्स को खरीदते हुए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
जैसे आपको ये चेक करना चाहिए कि मोटर किस कंपनी की है और उसकी परफॉर्मेंस कैसी है. साथ ही आपको देखना चाहिए कि कूलर में पंखा किस कंपनी का लगा है. वैसे तो आपको ISI मार्क भी चेक करना चाहिए, लेकिन मार्केट के इसके फर्जी लेबल लगे कूलर भी मिलते हैं. मार्केट में मिल रहे लोकल कूलर को आसानी से रिपेयर किया जा सकता है. साथ ही इनकी कीमत भी कम होती है.
इस मामले में SPPL के CEO अवनीत सिंह मारवाह ने बताया, 'एक नॉन-ब्रांडेड कूलर पहली नजर में आपको सस्ता लग सकता है, लेकिन उसकी ड्यूरेबिलिटी, क्षमता और मेंटेनेंस पर छिपे खर्च जल्दी ही आपको महंगे पड़ सकते हैं. दूसरी तरफ, ब्रांडेड कूलर भले ही शुरू में थोड़े महंगे लगे, लेकिन यह लंबे समय में बिजली की बचत, भरोसेमंद परफॉर्मेंस और एडवांस फीचर्स की वजह से ज्यादा फायदे का सौदा साबित होते हैं. असल बचत कीमत में नहीं, बल्कि उसकी परफॉर्मेंस, टिकाऊपन और लंबे समय तक खर्च कम करने की क्षमता में होती है.'
Orient Electric के बिजनेस हेड (ECD) गौरव धवन ने बताया कि लोकल मार्केट में मिलने वाले नॉन-ब्रांडेड एयर कूलर क्वालिटी, सेफ्टी और भरोसेमंद परफॉर्मेंस के साथ कई समझौते करते हैं. ऐसे कूलर अक्सर घटिया मैटेरियल से बनाए जाते हैं, जिससे उनकी कूलिंग एफिशिएंसी कम हो जाती है और सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर भी सवाल उठते हैं.
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इसके अलावा, इन कूलर्स में ज़रूरी क्वालिटी चेक और सेफ्टी सर्टिफिकेशन की कमी होती है, जिससे शॉर्ट सर्किट, इलेक्ट्रिकल फॉल्ट या आग लगने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. गर्मियों के सीजन में जब कूलर की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब ऐसे कूलर भरोसेमंद नहीं साबित होते हैं. वहीं ब्रांडेड कूलर ज्यादा बचत करते हैं.
गौरव धवन ने बताया, 'ब्रांडेड एयर कूलर्स इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि वे लगातार बेहतर परफॉर्मेंस, एनर्जी एफिशिएंसी और लंबे समय तक टिकाऊपन प्रदान कर सकें. ये सभी चीजें लंबे समय में सीधे तौर पर पैसे की बचत से जुड़ी होती हैं.'
'साथ ही, ब्रांडेड कूलर खरीदने पर कंपनी की ओर से आफ्टर-सेल्स सर्विस नेटवर्क और वॉरंटी का सपोर्ट भी मिलता है, जिससे मेंटेनेंस या अचानक होने वाली खराबी का खर्च काफी हद तक कम हो जाता है. कुल मिलाकर देखा जाए तो ब्रांडेड कूलर की टोटल ओनरशिप कॉस्ट काफी कम होती है, जिससे यह एक बेहतर और भविष्य की जरूरतों के लिए उपयुक्त निवेश बन जाता है.'
केंट आरओ सिस्टम्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. महेश गुप्ता ने बताया, 'BLDC (ब्रशलेस डायरेक्ट करंट) फैन वाले एयर कूलर पारंपरिक मोटर वाले कूलर्स की तुलना में ज्यादा एनर्जी एफिशिएंट होते हैं. BLDC टेक्नोलॉजी ना केवल बिजली की खपत को कम करती है, बल्कि कम शोर और लॉन्ग टर्म तक इस्तेमाल की जा सकती है.'