असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का एक पोस्ट इंटरनेट पर सर्कुलेट हो रहा है, जहां उन्होंने अपनी हाल ही में हवाई यात्रा के बाद लिखा है. उन्होंने बताया कि कैसे उनके पास किसी का चार्जर और केबल रह गया है और उन्हें वे लौटाना चाहते हैं, जिसको लेकर हिमंत बिस्वा सरमा ने X प्लेटफॉर्म ( पुराना नाम Twitter) पर एक पोस्ट किया है.
उस पोस्ट में उन्होंने बताया कि एक शख्स ने उन्हें इंटरनेशनल प्लग और चार्जिंग केबल दी, लेकिन उन्हें उनका सामान नहीं लौटा पाया. इसके बाद उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि प्लीज मुझे वो शख्स मैसेज करें ताकि मैं उनका चार्जर और केबल लौटा सकूं. हालांकि अब उस शख्स की जानकारी मिल गई है.
यहां गौर करने वाली बात यह है कि एक सोशल मीडिया यूजर्स ने कमेंट करते हुए लिखा कि यह जूस जैकिंग स्कैम हो सकता है, प्लीज अपना फोन चेक करें. यहां आज आपको Juice Jacking Scams के बारे में बताने जा रहे हैं.
असम CM का पोस्ट
असम CM ने इसके बाद भी पोस्ट किया और बताया कि चार्जर और केबल देने वाले शख्स का पता चल गया है और जल्द उनका सामान मिल जाएगा. यहां कई लोगों ने मुख्यमंत्री की तारीफ भी की.
Juice Jacking Scams क्या है?
Juice Jacking Scams, असल में साइबर ठगी का एक तरीका है. इसमें हैकर्स पब्लिक चार्जिंग स्टेशन, जैसे एयरपोर्ट, मॉल, रेलवे स्टेशन आदि का इस्तेमाल करते हैं. और फिर वे यूजर्स का स्मार्टफोन या डिवाइस हैक कर लेते हैं.
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यहां आपकी जानकारी के लिए बताते देते हैं कि जब आप अपना फोन किसी USB चार्जिंग पोर्ट में लगाते हैं, तो सिर्फ पावर ही नहीं बल्कि डेटा ट्रांसफर भी हो सकता है.
इसी फीचर्स का फायदा उठाकर हैकर्स आपके डिवाइस तक पहुंच सकते हैं और उसमें खतरनाक मालवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं. इसके बाद वे आपने फोन की सिक्योरिटी को तोड़ते हुए, उसमें मौजूद डेटा, कॉन्फिडेंशियल डिटेल्स और OTP आदि एक्सेस कर सकते हैं.
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Juice Jacking से कैसे बचें?
जूस जैकिंग स्कैम्स से बचाव के तरीके बताने जा रहे हैं. इसके लिए आप अपने हैंडसेट को पब्लिक प्लेस पर मौजूद USB चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल न करें और अपनी पर्सनल चार्जिंग अडैप्टर और केबल लेकर चलें.