
सब्र का फल मीठा होता है, बचपन से लेकर अभी तक यह कहावत बार-बार सुनी है. सब्र कबतक करना पड़ेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. भारतीय क्रिकेट की शान विराट कोहली (Virat Kohli) भी पिछले करीब तीन साल से सब्र किए हुए हैं, एक शतक जड़ने के लिए सब्र. लेकिन पिछले कुछ वक्त में ये चीज़ और भी बिगड़ी क्योंकि शतक तो दूर विराट कोहली के बल्ले से रन ही नहीं बन रहे थे. क्रिकेट में जितने तरीके हो सकते हैं, विराट कोहली हर उस तरीके से आउट हुए. लेकिन अब सब्र का ये बांध टूट गया है, विराट कोहली जिन्हें किंग कहा जाता है वो लौट आए हैं.
इंडियन प्रीमियर लीग में 19 मई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और गुजरात टाइटन्स का मुकाबला है. प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए आरसीबी के लिए यहां पर जीत जरूरी थी और इस सबसे बड़ी परीक्षा के लिए सबसे बड़े खिलाड़ी ने हाथ खड़ा किया. विराट कोहली ने 73 रनों की पारी खेली, अपनी टीम को जीत दिलाई और प्लेयर ऑफ द मैच भी बने.
रनों या किसी आंकड़े से ज्यादा ये पारी विराट कोहली, आरसीबी, भारतीय क्रिकेट और उनके फैन्स के लिए काफी अहम थी. क्योंकि विराट कोहली जिस अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं, वह अंदाज़ इस पारी में था. बेखौफ विराट कोहली जो विरोधी टीम के बॉलर्स पर अपना रौब जताता है. विराट कोहली ने पारी के बाद हर्षा भोगले से बात करते हुए खुद भी कहा कि जब मैंने मोहम्मद शमी की बॉल पर पहला शॉट मारा, तब मुझे लगा था कि ये मेरा दिन हो सकता है.

विराट कोहली के बल्ले से आखिरी शतक 2019 में आया था, उसके बाद से वह कोई शतक नहीं जड़ पाए. लेकिन उससे बुरा भी दौर तब आया, जब रन आना ही बंद हो गए थे. कभी बाहर जाती बॉल को टच करके विराट आउट हुए, कभी अच्छी शुरुआत मिली लेकिन 20-30 के स्कोर के बीच में ही विकेट चला गया. आईपीएल 2022 में चीज़ें और भी खराब हुईं क्योंकि इस सीजन में 3 गोल्डन डक भी आए.
विकेट गंवाने के बाद विराट कोहली को हंसते हुए देखा गया, फिर भगवान पर गुस्सा करते हुए भी देखा गया. लेकिन वो चीज़ें अब बीती बात होने का संकेत दे रही हैं. पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कमेंट्री या टीवी शो में बार-बार कहा है कि विराट कोहली के साथ सबकुछ सही चल रहा है लेकिन किस्मत उनके साथ नहीं है यही वजह है कि वह अजीबो-गरीब तरीके, गलत टाइमिंग पर बार-बार आउट हो रहे हैं.
गुजरात टाइटन्स के खिलाफ खेली गई पारी ये संकेत देती है कि विराट कोहली की वो किस्मत लौट आई है. खुद विराट कोहली भी जिस तरह से मैदान पर हाव-भाव दिखा रहे थे, उससे उन्हें भी यही भरोसा हुआ. जो एज पहले विकेट में बदल जा रहे थे, इस पारी में चौकों में बदले. पिच पर किसी तरह का कन्फ्यूजन नहीं हुआ, बॉल बल्ले के मिडिल पर लगी.
विराट कोहली जब आउट हुए तो शायद उन्हें मैच खत्म ना करने का मलाल ज़रूर हुआ हो. लेकिन इस बाहर वह सिर झुकाकर नहीं बल्कि सिर उठाकर वापस लौट रहे थे. उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया, अपने ग्लव्स को चूमा और आउट होने के बाद पवेलियन लौटते वक्त बाउंड्री लाइन पर भी सिर झुकाया. शायद विराट कोहली अपनी लौटी किस्मत, अपने लौटे लक का शुक्रिया अदा कर रहे थे. जिसका इंतज़ार ना सिर्फ वो, बल्कि हर भारतीय क्रिकेट फैन्स कर रहा था.
आरसीबी ही नहीं भारतीय क्रिकेट के लिए यह बड़ी बात है. क्योंकि आईपीएल खत्म होने के कुछ वक्त बहुचर्चित इंग्लैंड दौरा है, जहां तीनों फॉर्मेट में भारत को खेलना है. और फिर ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्डकप भी है, 2021 के वर्ल्डकप में टीम इंडिया की बुरी हार और उसके बाद वराट कोहली की कप्तानी जाना अभी तक कोई नहीं भूला है. विराट कोहली ने खुद भी बयान दिया है कि वो भारत को टी-20 वर्ल्डकप जिताना चाहते हैं.
आईपीएल 2022 में विराट कोहली-
14 मैच, 14 पारी
309 रन, 23.76 औसत
2 अर्धशतक, 3 ज़ीरो
30 चौके, 7 छक्के